उत्तराखंड: घर की डोर बैल बजाना बच्चे को पड़ा महंगा, मकान स्वामी ने बच्चे को बनाया बंधक

अकसर बच्चे घर की डोर बेल बजाकर भाग जाते हैं । और यह शरारत उन्हें काफी पसंद होती है । लेकिन यहां घर की डोर  बैल बजाना बच्चे को महंगा पड़ गया । बच्चे को नहीं पता था कि उसकी पसंदीदा शरारत पर उसे घर में बंधक बना लिया जाएगा ।

घर की डोर बैल बजाना बच्चे को पड़ा महंगा

हरिद्वार की गोविंद पुरी कॉलोनी से एक मामला सामने आया है । जिसमें घर की डोर बैल बजाना बच्चे को भारी पड़ गया ।गोविंद पुरी  कॉलोनी निवासी एसएस राणा द्वारा बच्चे को घर की डोर बैल बजाने पर उसे बंधक बना लिया गया । इसकी सूचना आस पास के लोगों को जैसी मिली वह एकत्रित हो गए और इसकी सूचना पुलिस को दी तब जाकर बच्चा छूटकर आ सका ।

मकान स्वामी का ही पक्ष ले रही पुलिस

वहीं बच्चे ने सबके सामने बोला है कि उनके द्वारा उसे पिटा गया।  मामले में बच्चे की चाची का कहना है कि  पुलिस मकान स्वामी का ही पक्ष ले रही है और कह रही है कि, 80 साल का व्यक्ति क्राइम नहीं कर सकता। बच्चे अगर बेल बजाएंगे तो वह डांटेंगे भी। इनका कहना है कि, अगर बच्चे ने कोई गलती की थी तो परिजन को बताते, तीन से चार घंटे बच्चे को बंधक नहीं बनाना चाहिए था।

वीडियो हुआ वायरल

वहीं इसी घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है । वीडियो में  एक बालक रोता-बिखलता नजर आ रहा है। आसपास खड़े लोग बंधक बनाकर पीटने की बात कहते सुनाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि मासूम एक घर की घंटी बार बार बजाकर भाग जाता था, जिसकी वजह से घर में रहने वाले बुजुर्ग खासे परेशान थे। इस वजह से बुजुर्ग ने बच्चे को पकड़कर घर के अंदर बंद कर दिया गया था। इस बात की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे उसके परिजन ने हंगामा किया था। इस संबंध में पूछने पर एसएसआई प्रदीप ‌तोमर ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। कोई शिकायत नहीं मिली है, मिलने पर जांच की जाएगी।