सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय,अल्मोड़ा एवं आई सी ए आर, डायरेक्टरेट ऑफ कोल्ड वाटर फिशरीज रिसर्च, भीमताल के बीच शोध गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने एवं मानवीय संसाधनों के आदान-प्रदान आदि को लेकर एमओयू हस्ताक्षर हो गए हैं।
दोनों ही संस्थाओं कर बीच एक्वेटिक बायोडायवर्सिटी, इनलैंड एग्रीकल्चर क्षेत्र में शोध कार्य करने वाले एमएससी एवं पीएचडी के छात्रों को मौका मिलेगा
जंतुविज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रो. इला बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों ही संस्थाओं कर बीच एक्वेटिक बायोडायवर्सिटी, इनलैंड एग्रीकल्चर क्षेत्र में शोध कार्य करने वाले एमएससी एवं पीएचडी के छात्रों को मौका मिलेगा। वे मत्स्य विविधता, फिश बायोकेमिस्ट्री एवं बायो टेक्नोलॉजी , फिश जेनेटिक्स, मॉलिक्यूलर बायोलॉजी आदि में भी कार्य कर सकेंगे। दोनों ही संस्थाओं के बीच करार की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।
दोनों ही संस्थाओं के आपसी सहयोग से विश्वविद्यालय में शोध गतिविधियां संचालित की जा सकेगी
कुलपति प्रो.जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि दोनों ही संस्थाओं के आपसी सहयोग से विश्वविद्यालय में शोध गतिविधियां संचालित की जा सकेगी। इसके साथ वैज्ञानिक ज्ञान एवं सूचना के आदान प्रदान, शोध कार्यों को लेकर प्रकाशन कार्य भी किया जाएगा। विद्यार्थियों और शोधार्थियों को शोध कार्य करने के लिए प्रयोगशाला, पुस्तकालय, फार्म आदि की सुविधाएं भी प्राप्त होगी। यह हमारे संस्थान के लिए हर्ष का विषय है।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
दोनों ही संस्थाओं के बीच हुए इस महत्वपूर्ण करार में कुलसचिव सुधीर बुड़ाकोटी, जंतुविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. इला बिष्ट, डॉ. प्रमोद कुमार पांडे (निदेशक, डी सी एफ आर), डॉ. एन पांडे (इंचार्ज, पी एम इ सेल (डी सी एफ आर), डॉ. देबाजीत शर्मा ( वरिष्ठ वैज्ञानिक,डी सी एफ आर) के हस्ताक्षर हुए हैं।