मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजपुर रोड स्थित मंथन सभागार में भारतीय वन सेवा संघ, उत्तराखण्ड के वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस अधिवेशन में वन एवं पर्यावरण से संबंधित विषयों पर चर्चा होगी। इस तरह के आयोजनों से अधिकारियों को एक-दूसरे को समझने का मौका मिलता है, जिससे कार्य करने की गति में भी तेजी आती है।
इकोलॉजी एवं इकोनॉमी में समन्वय बनाकर विकास कार्यों के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के साथ आगे बढ़ना है
उन्होनें कहा कि हमें इकोलॉजी एवं इकोनॉमी में समन्वय बनाकर विकास कार्यों के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के साथ आगे बढ़ना है। पर्यावरण संरक्षण के कार्य के साथ ही लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की वन विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी में आयोजित चिंतन शिविर में वन विभाग को राज्य में बंदरों एवं अन्य जंगली जानवरों से फसलों को होने वाले नुकसान को बचाने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाने को कहा गया था। उन्होंने आशा व्यक्त की, कि इस दिशा में विभाग द्वारा तेजी से प्रयास किये जा रहे होंगे।
इस अवसर पर मौजूद रहे
इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल, प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल, प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव डॉ. समीर सिन्हा, प्रमुख वन संरक्षक वन पंचायत सुश्री ज्योत्सना सितलिंग, आईएफएस एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल लाल एवं भारतीय वन सेवा संघ, उत्तराखण्ड के अधिकारी उपस्थित रहे।