सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय,अल्मोड़ा के अम्बादत्त पंत केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा एवियर टेक्नोलॉजी, कोलकाता के सहयोग से ‘कोहा लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर’ विषय पर एक दिवसीय इंटरेक्टिव कार्यशाला आयोजित हुई।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रतिनिधि प्रो. जे एस बिष्ट, मुख्य अतिथि प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट (अधिष्ठाता प्रशासन), कार्यशाला के संयोजक एवं प्रो इंचार्ज प्रो अमित कुमार पंत, आयोजक सचिव डॉ बिभाष कुमार मिश्रा (उप पुस्तकालयाध्यक्ष), संचालक डॉ संजीव आर्या ने उदघाटन सत्र में दीप प्रज्ज्वलित किया। उसके उपरांत कार्यशाला के अतिथियों, सभी संकायों के संकायाध्यक्षों का बैज अलंकरण कर स्वागत किया गया।
पुस्तकालय को विश्वविद्यालय को हृदय माना जाता है
आयोजक सचिव डॉ. विभाष कुमार मिश्रा (उप पुस्तकालयाध्यक्ष) ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला की विस्तार से रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा पुस्तकालय को विश्वविद्यालय को हृदय माना जाता है। आधुनिक सुविधाओं से युक्त हमारे पुस्तकालय का प्रयोग करने वाले प्रयोक्ता को मिलने वाली सुविधाएं तय करेंगी कि विश्वविद्यालय पठन पाठन को लेकर सजग एवं संवेदनशील है। पुस्तकालय में ऑनलाइन संसाधनों के प्रयोग को नवीन शिक्षा नीति में भी स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि पूर्व में TLSS कंपनी की सर्विस पुस्तकालय में मिल रही थी किन्तु अब कोहा सॉफ्टवेयर का प्रयोग हो रहा है। कोहा सॉफ्टवेयर का भारत के कई पुस्तकालयों में प्रयोग हो रहा है। इस सॉफ्टवेयर की सुविधाएं निशुल्क हैं। इसमें वे सभी सुविधाएं मिल रही हैं जो एक छात्र या प्रयोक्ता को चाहिए होती हैं। कोहा सॉफ्टवेयर आज के समय की आवश्यकता है। इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में हो रहा है। विद्यार्थी, शिक्षक, शोधार्थी इस सॉफ्टवेयर की सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। डिजिटल पुस्तकालय की अवधारणा को हम लागू करते हुए शिक्षण व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाया जा सकता है। विभाग के पुस्तकालय भी कोहा सॉफ्टवेयर से जुड़ेंगे। एवियर टेक्नोलॉजी के सहयोग से ए डी पंत पुस्तकालय के सॉफ्टवेयर सुविधा का लाभ लिया जा रहा है।
आयोजको को बधाई दी
कुलपति प्रतिनिधि प्रो. जे .एस बिष्ट ने कहा कि कोहा सॉफ्टवेयर के प्रयोग से हमारे विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में सुविधाएं बढ़ेंगी। विश्वविद्यालय का पुस्तकालय छात्रों, शोधार्थियों और अकादेमिक सदस्यों को सुविधा देगा। मुख्य अतिथि प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट (अधिष्ठाता प्रशासन) ने कहा कि यह समय ITC का दौर है। हमें सूचना और तकनीकों से जुड़कर लाभ लेना होगा। पुस्तकालय को इन नए नए सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाना सफल प्रयास है। कोहा जैसे सॉफ्टवेयर से पुस्तकालय की सुविधाएं और अधिक बढ़ेंगी। उन्होंने आयोजको को बधाई दी।कार्यशाला के संयोजक एवं प्रो.इंचार्ज प्रो. अमित कुमार पंत ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का यह पुस्तकालय आधुनिक सुविधाओं से युक्त हो रहा है। आज कोहा सॉफ्टवेयर एक नई सुविधा के साथ पुस्तकालय में मौजूद है। जिसका सभी विद्यार्थी, शोधार्थी, शिक्षक लाभ उठा सकते हैं। अवियर टेक्नोलॉजी द्वारा उपलब्ध कराए गए कोहा पुस्तकालय ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर की सुविधा मिल चुकी है।उद्घाटन सत्र के उपरांत ऑनलाइन माध्यम से तकनीकी सत्र का संचालन हुआ।
लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर के संबंध में किया प्रशिक्षित
तकनीकी सत्र में अभिषेक ने कोहा लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर के संबंध में प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भी एवियर टेक्नोलॉजी के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही कोहा लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर से जुड़ चुके हैं। इस सॉफ्टवेयर से हम शीघ्रता के साथ ही पुस्तकालय में मौजूद पुस्तकों की स्थिति को जान लेते हैं। ऑटोमेशन के लिए इस सत्र की रिपोर्टर डॉ पारुल सक्सेना रही। ऑटोमेट रूप से कहीं से भी फैकल्टी पुस्तकों को इश्यू करा सकते हैं। विद्यार्थी सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर कहीं से भी बैठकर पुस्तकों के संबंध में जानकारी पा सकते हैं। द्वितीय तकनीकी सत्र में एवियर टेक्नोलॉजी,कोलकाता ने विभाग के पुस्तकालय में स्टाफ द्वारा सॉफ्टवेयर के संचालन और आवश्यक बिंदुओं पर प्रशिक्षित किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने कोहा लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर का बटन दबाकर शुभारंभ किया।कार्यशाला में प्रो वी डी एस नेगी ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का संचालक डॉ. संजीव आर्या ने एवं डॉ. बी के मिश्रा ने आभार जताया।
इस अवसर पर मौजूद रहे
इस अवसर पर इस अवसर पर शोध एवं प्रसार निदेशालय की निदेशक प्रो मधुलता नयाल, प्रो जया उप्रेती (संकायाध्यक्ष, विज्ञान), प्रो अरविंद सिंह अधिकारी (संकायाध्यक्ष,कला), प्रो एम एम जिन्नाह (संकायाध्यक्ष, वाणिज्य), प्रो भीमा मनराल (संकायाध्यक्ष,शिक्षा), प्रो सोनू द्विवेदी (संकायाध्यक्ष,दृश्यकला), प्रो डी के भट्ट, प्रो शेखर चन्द्र जोशी, डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट ( उप परीक्षा नियंत्रक), कुलानुशासक एवं सह परीक्षा नियंत्रक डॉ मुकेश सामंत, प्रो वी डी एस नेगी, सी जे यादव, श्वेता बिष्ट, हर्ष सिंह नेगी, नंदन सिंह कनवाल,विरेन्द्र पथनी, किरन नेगी, शुभम कांडपाल, डॉ मनोज बिष्ट, सह परीक्षा नियंत्रक डॉ भाष्कर चौधरी, डॉ अरशद हुसैन, डॉ ललित जोशी (विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी),डॉ विजय बल्लभ, डॉ गौरव कर्नाटक,डॉ अर्पिता जोशी,डॉ सुभाष चंद्रा, डॉ योगेश मैनाली, डॉ कुसुमलता आर्या, डॉ पुष्पा वर्मा, भानु प्रताप सिंह, आशीष पंत,डॉ संदीप पांडे,डॉ रवींद्र नाथ पाठक डॉ आशा शैली, डॉ प्रतिमा, फराहा दीबा, डॉ दलबीर लाल, विपिन जोशी (वैयक्तिक सहायक,कुलपति), देवेंद्र सिंह धामी, त्रिलोक सिंह, हेम पांडे, प्रकाश सती सहित विश्वविद्यालय के मुख्यालय के कर्मी, विभिन्न विभागों के शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और शोधार्थी मौजूद रहे।