युवा कवि बालम नेगी कृष्णा को झारखंड में विद्यापति सम्मान से सम्मानित किया गया । उन्हें ये सम्मान कुमाऊंनी बोली में स्वच्छता अभियान जागरूकता सबंधी काव्य रचना प्रस्तुत करने पर दिया गया है।
काव्य पाठ प्रस्तुत करने और जागृति में महत्वपूर्ण योगदान के लिए विद्यापति सम्मान से सम्मानित किया गया
युवा कवि बालम नेगी कृष्णा मूल निवासी तहसील भिकियासैंण कनोली के हैं। उन्हें झारखंड में देशभर के 16 राज्यों से आए हुए 40 साहित्यकारों के साथ प्रतिभाग किया। उतराखंड के एक मात्र कवि बालम नेगी को उत्तराखंड बोली में रचित स्वच्छता अभियान जागरूकता के लिए क्षेत्रीय भाषा में उत्कृष्ट काव्य पाठ प्रस्तुत करने और जागृति में महत्वपूर्ण योगदान के लिए विद्यापति सम्मान से सम्मानित किया गया।
यह मेरे साथ ही उत्तराखंड और भिकियासैंण के लिए भी गौरव की बात
इस अवसर पर उन्होंने कहा ‘यह मेरे साथ ही उत्तराखंड और भिकियासैंण के लिए भी गौरव की बात है। यह सम्मान भारत के विख्यात साहित्यकार बुद्धिजीवी और प्रशासनिक अधिकारी गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में 20 दिसंबर को झारखंड में प्रदान किया गया।