राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि अंतराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस का उद्देश्य दिव्यांगजनों से जुड़े मुद्दों के बारे में जागरूकता को प्रोत्साहन देना है। उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए स्वस्थ वातावरण बनाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि दिव्यांगजन सम्मानित जीवन जी सकें और राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों में बिना किसी भेदभाव के शामिल हो सकें।
राष्ट्रपति ने दिल्ली में वर्ष 2021 और 2022 के लिए राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार प्रदान किये
राष्ट्रपति ने आज अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में वर्ष 2021 और 2022 के लिए राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर आयोजित समारोह में 2021 के लिए 25 व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों जबकि 2022 के लिए 29 व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों को असाधारण उपलब्धि और दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के कार्य के लिए सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजनों, दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रहे सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति और सर्वश्रेष्ठ पुनर्वास प्रोफेशनल कार्यकर्ता सहित विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किये गये।
सरकारी नौकरियों में दिव्यांगजनों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान
इस अवसर पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार दिव्यांगजनों के चहुमुखी विकास के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे दिव्यांगजनों को स्वावलम्बी बनने और देश को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में दिव्यांगजनों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है। हाल ही में पदोन्नति के लिए भी आरक्षण का प्रावधान किया गया है।इस अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले और प्रतिमा भौमिक भी उपस्थित रहे।