जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेरबॉक दो दिवसीय भारत के दौरे पर हैं । इस बीच विदेश मंत्री डॉ0 एस जयशंकर और जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेरबॉक के बीच नई दिल्ली में वार्ता जारी है।
भारत-जर्मनी सामरिक भागीदारी में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी समीक्षा
बेरबॉक दो दिन की यात्रा पर आज सवेरे नई दिल्ली पहुंची थीं।इस बीच विदेश मंत्रालय ने आशा व्यक्त की कि उनकी इस यात्रा से क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाओं पर विचार-विमर्श और भारत-जर्मनी सामरिक भागीदारी में हुई प्रगति की समीक्षा की जा सकती है।
लोगों के अध्ययन, अनुसंधान और कामकाज के लिए एक दूसरे के यहां आने-जाने की व्यवस्था सरल बनाने के समझौते पर करेंगी हस्ताक्षर
विदेश मंत्री बेरबॉक ने कहा था कि दिल्ली में वे लोगों के अध्ययन, अनुसंधान और कामकाज के लिए एक दूसरे के यहां आने-जाने की व्यवस्था सरल बनाने के समझौते पर हस्ताक्षर करेंगी। उन्होंने कहा कि उनकी भारत यात्रा से पहले भारत ने जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण की है और उनकी बातचीत में जलवायु संकट तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था पर आधारित नियम बरकरार रखने पर खास ध्यान दिया जाएगा।
रूस-यूक्रेन संघर्ष के खिलाफ स्पष्ट रूख अपनाने में भारत की भूमिका की सराहना की
जर्मनी की विदेश मंत्री ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के खिलाफ स्पष्ट रूख अपनाने में भारत की भूमिका की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत प्रशांत क्षेत्र में 21वीं शताब्दी में नई अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था तैयार करने में भारत निर्णायक भूमिका निभाएगा।जर्मनी की विदेश मंत्री भारतीय निर्वाचन आयोग के कार्यालय भी जाएंगी। वह महिला अधिकारों को लेकर सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों और गैर सरकारी संगठनों के लोगों से भी मुलाकात करेंगीं।
तमाम आंतरिक और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद भारत दुनिया के कई देशों के लिए एक आदर्श और सेतु हैं
वहीं जर्मनी की विदेश मंत्री ने कहा कि जलवायु संकट से निपटने और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारत और जर्मनी दोनों देश मिलकर काम करेंगे। बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत ने दिखाया कि वह विश्व स्तर पर अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। भारत ने जी-20 शिखर बैठक में साफ कर दिया है कि वह रूस-यूक्रेन जंग के खिलाफ है। इसके लिए भारत को धन्यवाद । बेयरबॉक ने कहा कि तमाम आंतरिक और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद भारत दुनिया के कई देशों के लिए एक आदर्श और सेतु है। भारत जर्मनी का भी एक स्वाभाविक साझेदार है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और जर्मनी की उनकी समकक्ष एनालेना बेयरबॉक के बीच द्विपक्षीय मसलों पर विस्तार से चर्चा हुई। दोनों देशों के बीच प्रतिनिधि मंडल स्तर की वार्ता भी हुई।