रूस-यूक्रेन संघर्ष को देखते ही एक एक वर्ष हो गया है। और रूस अभी भी इस युद्ध में पीछे हटने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच यूरोपीय संघ ने रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त की है। बता दें कि रूस यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी 2022 से हुई थी युद्ध के एक साल पूरे होने के मौके पर कई देशों ने एक बार फिर से रूस से इस युद्ध को बंद करने की अपील की । हालांकि रूस ने अब भी युद्ध बंद करने जैसे कोई संकेत नहीं दिए हैं । जी-7 के देशों ने भी शुक्रवार को इस मुद्दे पर एक बैठक बुलाई और रूस से यूक्रेन में अपनी लड़ाई खत्म करने का आह्वान किया। पर रूस की ओर से ऐसी कोई संभावना दूर से दूर तक नजर नहीं आ रही।
नए प्रतिबंधों में युद्ध का समर्थन करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं पर सीमित प्रतिबंध लगाना शामिल
एक वर्ष से चल रहेरूस-यूक्रेन संघर्ष को देखते हुए यूरोपीय संघ ने रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त की है। यूरोपीय संघ परिषद के वर्तमान अध्यक्ष स्वीडन ने बताया कि नए प्रतिबंधों में युद्ध का समर्थन करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं पर सीमित प्रतिबंध लगाना शामिल है ।
अमेरिका ने की रूस को सहायता पहुंचाने वाली कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा
अमेरिका ने भी कल सैकड़ों रूसी कम्पनियों, बैंकों, निर्माताओं, व्यक्तियों और प्रतिबंधों के दौरान रूस को सहायता पहुंचाने वाली कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। ये प्रतिबंध रूस के धातु और खनन क्षेत्र सहित शस्त्र विक्रेताओं, तकनीक से जुड़ी कंपनियों तथा हथियार निर्माताओं पर खासतौर से लगाए गए हैं। इन प्रतिबंधों से रूस के सबसे बड़े गैर-सरकारी बैंक सहित लगभग 12 वित्तीय संस्थानों तथा माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स के आयातकों और रक्षा क्षेत्र के लिए आवश्यक कार्बन फाइबर के उत्पादकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।