कुमाऊं भ्रमण के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 19 जून, 1929 को अल्मोड़ा पहुंचे थे, यहाँ पहुँचकर उन्होंने लक्ष्मेश्वर मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया था और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए देश की आजादी के लिए युवाओं में एक अलख जगाई थी।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरीश चंद्र जोशी के घर पर रात्रि किया था विश्राम
महात्मा गांधी 19 जून, 1929 की शाम अल्मोड़ा पहुंचे थे। राष्ट्रपिता ने रानीधारा में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरीश चंद्र जोशी के घर पर रात्रि विश्राम किया था। वर्तमान में इस भवन में ग्रेस स्कूल है । पालिका परिषद ने गांधी सभा स्थल लक्ष्मेश्वर को संरक्षित किया है । यहां पर शहीद स्मारक स्थापित किया गया है, जिसे अब गांधी सभा स्थल शहीद पार्क लक्ष्मेश्वर के नाम से जाना जाता है ।
भारत की आजादी के लिए बापू का अमुल्य योगदान
भारत की आजादी के लिए बापू का अमुल्य योगदान रहा है । भारत की आजादी के लिए महात्मा गांधी ने अपने बर्तन तक नीलाम कर दिए थे । महात्मा गांधी ने अपने एक चाँदी के लोटे को यहां नीलाम किया था । उस समय में व्यापारी धनी शाह द्वारा खरीदा गया था । यह लौटा आज भी सुरक्षित रखा गया है ।