27 मार्च: आज रखा जाएगा चैत्र माह का प्रदोष व्रत, भगवान शिव की पूजा अर्चना से दूर होंगी सभी बाधाएं, यह रहेगा शुभ मुहूर्त

आज हम प्रदोष व्रत की जानकारी देंगे। आज 27 मार्च गुरूवार को चैत्र प्रदोष व्रत रखा जाएगा। चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत पड़ रहा है। गुरुवार के दिन पड़ने के कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा। इस दिन शिव की विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने का विधान है। एक महीने में 2 प्रदोष व्रत होते हैं। इस दिन सुबह से शाम तक व्रत किया जाता है और विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद व्रत का पारण किया जाता है।

जानें शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 26 मार्च को देर रात 01 बजकर 42 मिनट पर होगी। वहीं, त्रयोदशी तिथि का समापन 27 मार्च को देर रात 11 बजकर 03 मिनट पर होगा। त्रयोदशी तिथि पर देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा प्रदोष काल में होती है। इसके लिए 27 मार्च को चैत्र माह का पहला प्रदोष व्रत मनाया जाएगा। 27 मार्च को प्रदोष काल शाम 06 बजकर 36 मिनट से लेकर 08 बजकर 56 मिनट तक है।
प्रदोष पूजा मुहूर्त – 06:36 से 08:56
अवधि – 02 घण्टे 20 मिनट्स

जानें पूजन विधि

आज प्रदोष व्रत पर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि एवं नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएं। घर के मंदिर को साफ कर भगवान शिव के समक्ष दीपक लगाएं। शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करें। शिवलिंग पर चंदन, बेलपत्र, और पुष्‍प अर्पित करें। अंत में भोलेनाथ की आरती करें। पूजा के दौरान शिव चालीसा का पाठ जरूर करें।