देश में पहली बार ड्रोन के सहयोग से औषधि वितरण करने का कार्यक्रम शनिवार को शुरू किया गया। यह कार्य ‘मेडिसन फ्रॉम स्काई’ नाम की एक परियोजना द्वारा विकाराबाद में आरंभ किया गया है।
ड्रोन से दवा वितरण का पहला परीक्षण
ड्रोन से दवा और टीका का वितरण का पहला प्रयोगात्मक परीक्षण शुरू किया गया है और इस परियोजना का शुभारंभ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्यमंत्री के.टी. रामाराव और सविता इंद्रा रेड्डी की उपस्थिति में किया गया।
इन कार्यों के लिए होगा ड्रोन का उपयोग
ड्रोन का उपयोग दवा की डिलीवरी, आपातकालीन भोजन और आपातकालीन स्थितियों में अंगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए भी किया जा सकता है। तीन ड्रोन के सहयोग से औषधि और टीका को स्थानीय विकाराबाद हॉस्पिटल को सफलतापूर्वक भेजा गया।
40 किलोमीटर दूर तक दी जा सकती है सर्विस
ड्रोन 40 किलोमीटर दूर तक निर्धारित स्थान को वस्तु पहुंचा सकता है और इस की क्षमता 15 किलो होगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि इस परियोजना ‘मेडिसिन इन द स्काई’ प्रोजेक्ट की सफलता पर मैं सभी को बधाई देता हूं। ड्रोन क्रान्ति के असली हीरो हमारे स्टार्टअप और युवा ही है।
भविष्य में जन स्वास्थ्य के अलावा इन कार्यों में भी काम आएगा ड्रोन
राज्य मंत्री के.टी. रामा राव ने कहा कि राज्य सरकार भविष्य में जन स्वास्थ्य के अलावा महिला सुरक्षा के लिए और अवैध रेती व खनिज की खनन करने वालो पर भी निगरानी रखेगी।