देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। कोविशील्ड को लेकर एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है।
रिसर्च में खुलासा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब एक नए शोध में ऑस्ट्रेलिया में फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी और अन्य अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने पाया कि एडेनोवायरस संक्रमण से जुड़े वीआईटीटी और क्लासिक एडेनोवायरल वेक्टर वीआईटीटी दोनों में पीएफ4 एंटीबॉडी समान मॉलिक्यूलर में है। शोध में Astrazeneca की कोविड वैक्सीन में एक और खतरनाक ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर मिला है। रिसर्च के अनुसार, खतरनाक ब्लड एंटीबॉडी ‘प्लेटलेट फैक्टर 4’ (PF4) VITT के लिए जिम्मेदार है। प्लेटलेट फैक्टर 4, प्रोटीन के खिलाफ काम करता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हालांकि, खून का थक्का जमाने वाला ये रेयर डिसऑर्डर (किसी-किसी को होने वाला) है, लेकिन खतरनाक है। यह शोध एस्ट्राजेनेका की ओर से फरवरी में हाई कोर्ट में प्रस्तुत एक कानूनी दस्तावेज में स्वीकार किए जाने के बाद आया है कि इसका कोविड टीका बहुत ही दुर्लभ मामलों में थ्रोम्बोटिक थ्रोम्बोसाइटोपेनिक सिंड्रोम (टीटीएस) का कारण बन सकता है।
कोर्ट में दिया था यह बयान
रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ दिनों पहले कंपनी ने कोर्ट में दिए अपने एक बयान में वैक्सीन से साइड इफेक्ट की बात स्वीकार की। एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन के हाईकोर्ट में पेश दस्तावेजों में साइड इफेक्ट्स की बात को माना था। इसमें कोविशील्ड दुर्लभ मामलों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोम्बोसिस (TTS) का कारण बन सकता है। इससे खून के थक्के बन सकते हैं और प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है। इसके अलावा थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के कई गंभीर मामलों में यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। इसके साथ एस्ट्राजेनेका की ओर से दावा किया गया है कि ऐसे मामलों की संख्या काफी कम होगी।