अग्निपथ योजना अपडेट: सेना में चार साल नौकरी करने के बाद भी बेरोजगार नहीं रहेंगे अग्निवीर, यहां मिलेंगे अवसर, जानें

देशभर में अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में गुस्सा है। जिसको लेकर युवा बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर‌‌ रहे हैं और विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं।

अफवाहों से रहें सावधान-

अग्निवीर योजना को भारतीय सेना के मानव संसाधन प्रबंधन में सबसे बड़ा बदलाव करार देते हुए यह भी कहा है कि इसका विरोध गलत सूचना और गलतफहमी की वजह से हो रहा है। इन अफवाहों से सावधान रहने की जरूरत है। यह योजना पूरी तरह से भारतीय और भारत के लिए है।

अग्निपथ योजना-

केंद्र सरकार के अनुसार चार साल बाद अग्निवीर के पास मोटी रकम और सर्टिफिकेट होगा अग्निवीरों के चार साल में ही रिटायर होने के सवाल पर युवाओं के विरोध के मद्देनजर उन्होंने कहा कि चार साल में जब अग्निवीर बाहर निकलेगा तो उसके पास करीब 12 लाख रुपये की निधि के साथ सेना का अनुभव और विशिष्ट स्किल होगा जो उसके वैकल्पिक बेहतर कैरियर या व्यवसाय का रास्ता खोलेगा।

🗣️👉जानें क्या मिलेंगी सुविधाएं-

📌गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और असम राइफल्स में 10 फीसद रिक्तियों को अग्निवीरों के लिए आरक्षित करने की कुछ दिनों पहले घोषणा की।

📌रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में 10 फीसद आरक्षण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

📌वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि यह भी निर्णय किया गया कि बैंक कौशल बढ़ाने, कारोबार स्थापित करने के लिये शिक्षा और स्वरोजगार को लेकर उपयुक्त कर्ज सुविधाओं के माध्यम से अग्निवीर को मदद देने की संभावनाएं तलाशेंगे।

📌पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने मर्चेंट नेवी की विभिन्न भूमिकाओं में अग्निवीरों की आसानी से नियुक्ति के लिए छह सेवा अवसरों की घोषणा की। ये सेवा अवसर भारतीय नौसेना में सेवा देने वाले अग्निवीरों के लिए हैं।

📌पीएसयू सशस्त्र बलों में अग्निवीरों को भर्ती करने पर काम हो रहा है।

📌नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि वह अग्निवीरों को अपनी सेवाओं में शामिल करेगा। मंत्रालय ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अग्निवीर हवाई यातायात सेवाओं, विमान तकनीशियन सेवाओं, विमानों के रखरखाव, मौसम विज्ञान और हवाई दुर्घटना जांच सेवाओं में मदद करेंगे।

📌उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी न कहा कि सशस्त्र बलों के साथ अपने चार साल के कार्यकाल के बाद लौटने वाले अग्निवीरों को पुलिस और आपदा प्रबंधन विभागों में उनके अनुशासन, कौशल और कौशल के इस्तेमाल के लिए नौकरी दी जाएगी।

📌इसके अलावा अन्य राज्यों में भी अग्निवीरों के लिए योजनाएं और सुविधा देने की बात कही गई है। जिसमें उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, असम और‌‌ कर्नाटक शामिल हैं।