पद्मश्री सम्मान: अशिक्षित फल विक्रेता हरेकाला हिजब्बा को शिक्षा के क्षेत्र में किए योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान से किया सम्मानित

मंगलुरु 64 वर्षीय फल विक्रेता हरेकाला हजब्बा को सोमवार को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में हजब्बा को इस सम्मान से नवाजा। हजब्बा को सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक कार्य करने के लिए दिया गया है।

अपनी जमापूंजी से खोला एक स्कूल

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ा के न्यूपाड़ापू गांव के रहने वाले अशिक्षित फल विक्रेता हरेकाला हजब्बा ने अपने गांव में अपनी जमापूंजी से एक स्कूल खोला।गांव में स्कूल न होने के चलते पढ़ाई न कर पाने वाले हजब्बा ने अपने गांव के बच्चों के दर्द को समझा और तमाम चुनौतियों से जूझते हुए एक स्कूल शुरू किया। स्कूल की जमीन लेने और शिक्षा विभाग से इसकी मंजूरी लेने के लिए उन्होंने ए़ड़ी चोटी का जोर लगाया। 1995 से शुरू किए गए हजब्बा के इन प्रयासों को 1999 में सफलता मिली जब दक्षिण कन्नड़ जिला पंचायत ने 1999 में उनके स्कूल को मंजूरी दे दी।इसके साथ ही वह हर साल अपनी बचत का पूरा हिस्सा स्कूल के विकास के लिए देते रहे। हजब्बा को पद्मश्री पुरस्कार देने की घोषणा 25 जनवरी 2020 में ही हुई थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते समारोह का आयोजन नहीं हो सका।