प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने देश की उपलब्धियों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने जीईएम पोर्टल, लोकल फॉर लोकल, मेक इन इंडिया प्रोडक्ट, जल संरक्षण समेत कई मुद्दों कै जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत देशवासियों को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई देकर की। उन्होंने कहा कि बीते सप्ताह हमने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की, जिसने हम सबको गर्व से भर दिया। आपने सुना होगा कि भारत ने पिछले सप्ताह 400 बिलियन डॉलर, यानि 30 लाख करोड़ रुपये के निर्यात का लक्ष्य हासिल किया है। यह भारत के सामर्थ्य और क्षमता का प्रतीक है।
विदेशों में मेड इन इंडिया प्रोडक्ट की बढ़ी डिमांड
उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने से नए उत्पाद विदेश जा रहे हैं। चाहे वह असम के हैलाकांडी के चमड़े के उत्पाद हों या उस्मानाबाद के हथकरघा उत्पाद, बीजापुर के फल और सब्जियां, या चंदौली के काले चावल। सभी का निर्यात बढ़ रहा है। यह दर्शाता है कि भारत के उत्पादों की मांग विश्व में बढ़ रही है और हमारी सप्लाई चैन लगातार मजूबत हो रही है। पीएम ने कहा कि अब आप दूसरे देशों में जाएंगे, तो मेड इन इंडिया प्रोडक्ट पहले की तुलना में कहीं ज्यादा नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे किसान, कारीगर, बुनकर, इंजीनियर, लघु उद्यमी, हमारा MSME सेक्टर, ढ़ेर सारे अलग-अलग प्रोफेशन के लोग, ये सब इसकी सच्ची ताकत हैं। इनकी मेहनत से ही 400 बिलियन डॉलर के एक्सपोर्ट का लक्ष्य प्राप्त हो सका है और मुझे खुशी है कि भारत के लोगों का ये सामर्थ्य अब दुनिया के कोने-कोने में, नए बाजारों में पहुंच रहा है। जब एक-एक भारतवासी लोकल के लिए वोकल होता है, तब, लोकल को ग्लोबल होते देर नहीं लगती है।
पीएम ने कहा कि पिछले एक साल में सरकार ने जीईएम पोर्टल के जरिए एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का सामान खरीदा है। देश के कोने-कोने से करीब सवा लाख छोटे उद्यमियों, छोटे दुकानदारों ने अपना माल सीधे सरकार को बेचा है। यह दर्शाता है कि देश के भीतर भी हमारा उत्पादन क्षेत्र मजबूत हो रहा है।
बाबा शिवानंद की फिटनेस देश में चर्चा का विषय
इस दौरान पीएम मोदी ने बाबा शिवानंद का जिक्र किया जिन्हें हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी फुर्ती देखकर हम सभी हैरान हैं, उनका जीवन हम सभी को प्रेरित करने वाला है। बाबा शिवानंद की लंबी आयु की कामना करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी फिटनेस आज देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। वह अपनी उम्र से काफी कम आयु के लोगों से भी ज्यादा फिट हैं। इस दौरान उन्होंने पद्म अलंकरण समारोह मे बाबा शिवानंद की ओर से उन्हें प्रणाम करने और उसी क्रम में प्रधानमंत्री के उन्हें प्रणाम करने का भी उल्लेख किया।
आयुर्वेदिक दवाइयों का बाजार 22 हजार करोड़
इस दौरान उन्होंने देश में परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों से जुड़े आयुष क्षेत्र में नए-नए स्टार्टअप का जिक्र किया और कहा कि इनकी सफलता बेहद उत्साहजनक है। अब आयुष क्षेत्र में संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं और यह आकर्षण का विषय बनता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आयुष उद्योग का बाजार लगातार बढ़ रहा है और बीते 6 सालों में आयुर्वेदिक दवाइयों का बाजार 22 हजार करोड़ रुपये का हो गया है। आज आयुष उत्पादन उद्योग 1 लाख 40 हजार करोड़ के आसपास पहुंच रहा है। अपने उद्बोधन में पीएम ने कापिवल, निरोगस्ट्रीट, अत्रेय इन्नोवेशंस, आइक्सोरियल और क्योरर्वेदा जैसे स्टार्टअप का जिक्र करते हुए कहा कि इन स्टार्टअप को चाहिए कि वे आयुर्वेदिक ज्ञान, उत्पादों को दुनिया के कोने-कोने में पहुचाएं।
जल संरक्षण पर दिया जोर
जल संरक्षण पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने गुजरात में कुओं या बावड़ियों के संरक्षण के लिए ‘जल मंदिर’ योजना जैसे प्रयासों की चर्चा करने के साथ ही पूरे भारत में ‘अमृत सरोवर’ बनाने का आग्रह किया। उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि लोगों ने बावड़ियों को पुनर्जीवित किया जिससे न केवल जल संरक्षण में मदद मिली बल्कि भूजल स्तर में भी वृद्धि हुई है।