रानीखेत में कोरोना काल के बाद से भारतीय सेना में भर्ती प्रक्रिया बंद होने से युवाओं में निराशा है। सामजिक कार्यकर्ता और पूर्व में रानीखेत विधानसभा से चुनाव लड़ चुके दीपक करगेती ने रक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर युवाओं के हितों के मद्देनजर लंबित भर्ती प्रक्रिया आरंभ करने की मांग की है।
रिक्त पदों की संख्या लगभग 1 लाख हो चुकी है:
संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से भेजे ज्ञापन में करगेती ने कहा है कि विगत दो सालों से देश में कोरोना वैश्विक महामारी के कारण सेना में भर्तियां बन्द है।वर्तमान में भारतीय सेना में जवानों के रिक्त पदों की संख्या भी लगभग एक लाख हो चुकी है। सरकार ने अब कोरोना महामारी से आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों को भी हटा दिया है।
अभ्यर्थियों के भविष्य पर संकट:
लेकिन बीते साल फरवरी में हुई सेना भर्ती में लिखित परीक्षा के लिए चयनित अभ्यर्थियों की एक वर्ष से लंबित परीक्षा अब तक ना कराए जाने से अभ्यर्थियों के भविष्य पर संकट मंडराने लगा है।
अभ्यर्थियों के समक्ष उम्र सीमा का संकट:
उत्तराखंड राज्य सबसे अधिक जवान देश को देता है, लेकिन दो सालों से सेना में जाने का सपना संजोए युवाओं में भी दुविधा और निराशा है। वहीं, अभ्यर्थियों के समक्ष उम्र सीमा का संकट भी है।
जल्द लिखित परीक्षा कराने का किया आग्रह:
करगेती ने युवाओं के भविष्य के मद्देनजर जल्द लंबित लिखित परीक्षा संपन्न कराने का आग्रह किया है। ज्ञापन की एक प्रतिलिपि केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट को भी दीपक करगेती द्वारा प्रेषित की गई है।