प्रधानमंत्री मोदी ने आज एक बड़ी घोषणा करते हुए राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद चंद खेल रत्न पुरुस्कार किया । मेज़र ध्यानचन्द को हॉकी का जादूगर कहा जाता है
प्रधानमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी दी है।
देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।
टोक्यो ओलंपिक में हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन के बाद आग्रह
पीएम मोदी ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में भारत की हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन के बीच यह आग्रह आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई भी दी है
मेज़र ध्यानचंद : हॉकी के जादूगर
हॉकी का नाम लेते ही मेजर ध्यानचंद की छवी सहज उभरकर आती है। फुटबॉल में पेले और क्रिकेट में जो स्थान ब्रैडमैन का है वही स्थान हॉकी में मेजर ध्यानचंद का है। हॉकी का जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद ने 1928, 1932 और 1936 में भारत को ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक दिलाये। 1928 में ओलंपिक में मेजर ध्यानचंद ने 14 गोल किए थे। अंतरराष्ट्रीय करियर में इस महान खिलाड़ी ने 400 से अधिक गोल किए। 1956 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। हॉकी में वे एक मात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ।