गणतंत्र दिवस समारोह के कार्यक्रम अब हर साल 24 जनवरी की बजाय 23 जनवरी से शुरू होंगे। सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के दिन से इसकी शुरूआत करने का फैसला किया है। सुभाष चंद्र बोस की जयंती देशभर में पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जाती है।
भारतीयों ने प्यार से सुभाष चंद्र बोस को दिया ‘नेता जी’ का नाम
सुभाष चंद्र बोस की वीरता की गाथा भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुनाई देती है। सुभाष चंद्र बोस की लोकप्रियता इतनी अधिक थी कि भारतीय उन्हें प्यार से ‘नेता जी’ कहते थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस 1938 में कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेशन में अध्यक्ष चुने गए।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जुलाई 1943 में जर्मनी से जापान नियंत्रित सिंगापुर पहुंचे। वहां से उन्होंने अपना प्रसिद्ध नारा ‘दिल्ली चलो’ जारी किया और 21 अक्टूबर 1943 को ‘आजाद हिंद सरकार’ और ‘भारतीय राष्ट्रीय सेना’ के गठन की घोषणा की। देश को जय हिंद का नारा देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन पिछले साल 2021 से भारत पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया।
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