कोरोना वायरस की वापसी ने बढ़ाई चिंता, जाने दिसम्बर में ही क्यों फैलता है यह संक्रमण

देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। देशभर में एक बार फिर कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ने अपनी दस्तक दे दी है।

कोरोना के इस नए वेरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ का नाम दिया

दुनिया भर में चार साल बाद, कोविड-19 महामारी खत्म तो हो गया है लेकिन वायरस अपने कई नए रूपों में हमारी जिंदगी में आ रहा है। वही इस बार इस कोविड ने अपने नए वेरिएंट के साथ दिसम्बर महीने में दस्तक दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विश्व स्वस्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने कोरोना के इस नए वेरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ का नाम दिया है। जेएन1 ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट BA.2.86 से बना है।

दिसम्बर में फैल रहा वायरस

रिपोर्ट्स के मुताबिक कई अध्ययनों ने ठंड और शुष्क सर्दी को कोविड-19 के मामलों में वृद्धि का कारण बताया है। बताया कि इसे मौसम का सहयोग मिला। मौसम गर्मियों से सर्दियों की ओर बढ़ा, तापमान में गिरावट आई और मौसम शुष्क होने लगा। जिसके कारण उत्तरी गोलार्ध के देशों में कोविड-19 की तीव्र दूसरी लहर को बढ़ने में मदद मिली। चीन की सिचुआन इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने भी इसी तरह की थ्योरी की पुष्टि की है। इसके अलावा दिसंबर उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध दोनों में छुट्टियों का मौसम होता है। इस दौरान लोग एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं और ये वायरस छूने और किसी के करीब जाने से भी फैलता है। इस वजह से दिसम्बर में यह संक्रमण फैलता है। आज से जनवरी की शुरुआत हो गई है।