मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज केदारनाथ मंदिर परिसर में पहुंच केदारनाथ धाम में हो रहे निर्माण कार्यों एवं आगामी यात्रा संबंधित तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री धामी ने केदारनाथ धाम में पूर्ण हो चुके सरस्वती आस्था पथ का निरीक्षण करते हुए निर्माणाधीन मंदाकिनी आस्था पथ को भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए
उन्होंने केदारनाथ परिसर के आस-पास हो रहे पहाड़ी शैली में भवनों के निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली। उन्होंने मंदिर परिसर के आसपास मुख्य मार्ग में अस्त-व्यस्त पड़े मलबे, निर्माणाधीन सामग्री को हटाए जाने और बर्फ पिघलने के साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए। निरीक्षण कार्य के दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी ने केदार घाटी के निर्माण में अहम योगदान दे रहे श्रमिकों का हालचाल जाना एवं उनकी हर समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण कार्यों में अहम योगदान के लिये श्रमिकों का धन्यवाद किया। उन्होंने केदारनाथ ट्रैक की जानकारी लेते हुए यात्रियों की सुविधा अनुसार विभिन्न जगहों पर ठहरने, पानी एवं बरसात के दौरान रेन शेल्टर के निर्माण कार्यों में गति लाने की बात कही।
मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रवेश द्वार बनाया जाएगा
मुख्यमंत्री धामी ने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार के साथ ही रेलिंग के निर्माण कराए जाने और वासुकी ताल ट्रैक को विकसित किए जाने के लिए शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि केदार घाटी का निर्माण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपनों अनुसार किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर ने मुख्यमंत्री धामी को निर्माण कार्यों की जानकारी दी। पर्यटन सचिव ने बताया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रवेश द्वार बनाया जाएगा।
ब्रह्म कमल वॉटर पार्क का भी निर्माण किया जाएगा
वर्तमान में केदारनाथ धाम के निर्माण में करीब 700 श्रमिक कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि केदारघाटी में ब्रह्म कमल वॉटर पार्क का भी निर्माण किया जाएगा।
ये रहे मौजूद
इस दौरान विधायक श्रीमती शैला रानी रावत, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, उपजिलाधिकारी योगेंद्र सिंह एवं अन्य लोग मौजूद रहे।