उत्तराखंड: कृषि कानून वापसी के बाद तेज हुई देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग

केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किए जाने पर आंदोलन कर रहे किसानों में खुशी का माहौल है। उत्तराखंड में किसान इस फैसले से खुश हैं ही इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों ने भी अपने आंदोलन को तेज कर दिया है। दरअसल काफी वक्त से तीर्थ पुरोहित उत्तराखंड में बनाए गए देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहे हैं। कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के फैसले के बाद अब तीर्थ पुरोहितों ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।

उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे

आंदोलन को लेकर चारधाम महापंचायत के प्रवक्ता ब्रजेश सती ने जानकारी दी कि उत्तराखंड में देवस्थानम बोर्ड को लेकर लंबे समय से आंदोलन पर रहे तीर्थ पुरोहित एक बार फिर आंदोलन की राह पर जा सकते हैं। इसके लिए 22 नवंबर को देहरादून में बैठकर रणनीति बनाई जाएगी। अगर सरकार ने जल्द ही देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं किया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। हालांकि तीर्थ पुरोहित मांग कर रहे हैं कि उत्तराखंड सरकार केंद्र की तर्ज पर देवस्थानम बोर्ड को तत्काल भंग करे। माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही देवस्थानम बोर्ड को लेकर फैसला लेगी।