उत्तराखंड: बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर 32.60 लाख रुपए की धोखाधड़ी, दो महिलाओं सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

उत्तराखंड में आए दिन हो रही धोखाधड़ी रूकने का नाम नहीं ले रही । अब ख़बर काशीपुर से आ रही है । जहां  बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर एक व्यक्ति से 32.60 लाख  रुपए हड़प लिए गए । पुलिस ने डीआईजी के आदेश पर दो महिलाओं सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

जानें पूरी घटना

काशीपुर में ग्राम कुण्डेश्वरी निवासी अतुल कुमार पुत्र दिनेश कुमार ने डीआईजी कुमाऊं को शिकायती पत्र दिया। कहा कि उसकी जान पहचान जगवीर सिंह पुत्र स्व. सोरन सिंह व उसकी पत्नी चित्रा देवी  निवासी ग्राम कण्डेश्वरी से थी। वर्ष 2015 जून माह में चित्रा देवी पत्नी चौधरी जगवीर सिंह ने उससे कहा कि उनकी जान पहचान रितेश पाण्डेय पुत्र चन्द्रमोहन पाण्डेय व उसकी पत्नी पिंकी पाण्डेय निवासीगण मृदुल विहार कॉलोनी शिव मन्दिर के पास पीली कोठी हल्द्वानी से है। वह सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने का कार्य करते है। कहा कि ये दोनों रितेश पाण्डेय व पिंकी पाण्डेय उसके घर पर आते रहते हैं। जिनकी जान पहचान उत्तराखण्ड में कई मंत्रियों व सचिवों से है। आश्वासन दिया  कि वह अपने लड़के अजय की नौकरी बैंक में लगवा रहे है। जिसमें 12 लाख का खर्चा आयेगा। जिसमें पहले 7 लाख रुपए का खर्चा पहले आयेगा और बाद में 5 लाख देने पड़ेंगे। यदि किसी कारणवश कार्य नहीं हुआ तो जगवीर सिंह व चित्रा देवी ने कहा कि 7 दिन में सारे रुपए वापस करने की जिम्मेदारी हमारी होगी।

कुल मिलाकर 32 लाख 60 हजार रुपए धोखाघड़ी कर ले लिया

उन्होंने कहा कि ये सारा पैसा नकद देना पड़ेगा। यदि तुम भी अपनी नौकरी लगवाने चाहते हो तो 7 लाख रुपयों का इंतजाम कर लो और हमें दे दो। जान पहचान होने के कारण उसने इन लोगों पर विश्वास करके 6 लाख रूपये चौधरी जगवीर सिंह व चित्रा देवी के घर पर इन दोनों को दे दिया। कुछ दिन बाद रितेश पाण्डेय व जगवीर सिंह ने कहा कि वहां पर कुछ अन्य पद और भी खाली है। तुम अपनी जान पहचान के लोगों से बात करके उनका काम भी करा दो। जगवीर सिंह से जान पहचान होने के कारण उसने अपनी जान पहचान वालों से बात की तो उन्होंने भी अपने काम के लिए जगवीर चौधरी व चित्रा देवी और रितेश पाण्डेय को जगवीर चौधरी के घर पर जाकर रुपये दे दिया। सभी को कार्य शीघ्र ही होने का आश्वासन दिया। जहां सूरज, राजकुमार, प्रभात गौतम, चन्द्रपाल, सुनील, नितिन कुमार, कंचन, सुखविन्दर सिंह, महेन्द्र सिंह, रंजीत सिंह, मनोज आदि से भी कुल मिलाकर 32 लाख 60 हजार रुपए धोखाघड़ी कर ले लिया।

टाल मटोल होने पर हुआ शक

उसको व अन्य लोगों को शीघ्र ही ज्वाइनिंग लेटर देने को कहा गया। लेकिन जब ज्वाइनिंग लेटर तय समय पर नहीं दिया गया और टाल मटोल होने लगी तो उसको इन लोगों पर शक हुआ। उसने विभाग में जाकर अधिकारियों से बात करने को कहा तो ये लोग उसके साथ गाली गलोच करने लगे।

चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

पुलिस ने तहरीर के आधार पर चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।