उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। दीवाली का पर्व शुरू हो रहा हैं। ऐसे में पक्षी उल्लू की पहरेदारी भी बढ़ गई है।
वन विभाग अलर्ट मोड पर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके लिए उत्तराखंड का वन विभाग अलर्ट हो गया है और गश्त बढ़ा दी हैं। साथ ही वन विभाग की अलग-अलग टीमों ने सभी बीट में डेरा डाल लिया है। इस संबंध में रेंजर मुकेश कुमार ने बताया कि वन क्षेत्र की सभी बीट में वन कर्मियों की कई टीम को लगाया गया है। कहा कि लगातार गश्त की जा रही है। इसके साथ ही आसपास के ग्रामीणों को भी जागरूक किया जा रहा है।
अंधविश्वास के चलते करते हैं उल्लू का शिकार
रिपोर्ट्स के मुताबिक धार्मिक मान्यता के अनुसार पक्षी उल्लू लक्ष्मी जी का वाहन माना जाता है। साथ ही इसको शुभता और धन का प्रतिक भी माना जाता है। वहीं कुछ अंधविश्वास से जुड़ी बातें भी है । जो उल्लू से जुड़ी हुई है। इसी वजह से दीवाली पर्व आते ही उल्लुओं के शिकार की आशंका भी बढ़ जाती है। दिवाली पर तांत्रिक काला जादू करने के लिए उल्लू के अंग का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में उल्लू की सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ी है।