उत्तराखंड: इंटर कॉलेज के छात्र दो किलोमीटर दूर जाकर बुझाते हैं प्यास, इसके अलावा भी कई समस्याएं हैं बरक़रार

चंपावत: जनपद चंपावत में लोहाघाट विकास खंड में राजकीय इंटर कॉलेज दिगालीचौड़ में पेयजल सुविधा नहीं होने से छात्र-छात्राओं को  काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे साफ़ सफाई व्यवस्था के साथ – साथ मिड डे मील व्यवस्था भी चरमराती नजर आ रही है ।

इतनी समस्याएँ  बरक़रार है

पिछले सात सालों से यहां प्रधानाचार्य का पद खाली है । इसके अलावा लंबे समय से दो प्रवक्ता और एक एलटी समेत कई चतुर्थ कर्मचारियों के पद भी खाली हैं । कार्यवाहक प्रधानाचार्य रमेश सिंह रावत ने बताया पांच नए गेस्ट टीचर आने से राहत मिली है ।
और 560 छात्र वाले इस कॉलेज में छात्र-छात्राएं प्यास बुझाने के लिए इंटरवल में लगभग दो किमी नीचे बिंडा गांव तक जाते हैं। और भोजन माता को भी यहीं से पानी ढोकर दोपहर का भोजन तैयार करना पड़ता है। विद्यालय के लिए बिंडा के ग्रामीणों की ओर से कुल 82 नाली जमीन दान में दी गई है। लेकिन स्कूल की बाउंड्री नहीं होने से दान भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण हो रहा है। मवेशी भी चारे की तलाश में कैंपस में प्रवेश करते रहते हैं ।

आंदोलन को बाध्य होंगे

वहीँ एसएमसी अध्यक्ष दान सिंह भंडारी का कहना है कि  कई बार विभागीय अधिकारियों से उक्त समस्याओं  (पेयजल की व्यवस्था, चारदीवारी) की मांग की गई है। लेकिन फिर भी कोई समाधान नहीं निकला । उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही कॉलेज की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो अभिभावक आंदोलन को बाध्य होंगे ।