उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर से एक मामला सामने आया है। यहां ड्यूटी से सस्पेंड सिपाही ने पांच लोगों संग मिलकर गदरपुर के एक युवक का अपहरण किया। जिसके बाद परिजनों से लाखों की फिरौती मांगी।
जानें पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार करतारपुर रोड, थाना गदरपुर निवासी नादीर अली पुत्र अकबर अली ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि मंगलवार को दिन में करीब साढ़े 11 बजे उसके भाई नूर अली के मोबाइल से फोन आया। जिसमें एक युवक ने अपना नाम संदीप पाटनी पुलिस वाला बताया। इसके साथ ही कहा कि भाई नूर अली को सूरजपुर गदरपुर से किडनैप कर ले गए हैं। आरोपितों ने उसे छोड़ने के एवज में पांच लाख रुपये की फिरौती की मांग की। नादिर ने खुद को गरीब और मजदूर होने का हवाला देते हुए 50 हजार रुपये देने की बात कही। जिसके बाद आरोपित संदीप पाटनी ने काशीपुर रोड ब्रिज ओवर के नीचे पैसे लेकर बुलाया। जब वह पैसे लेकर गये तो अपहरणकर्ता पैसे लेकर फरार हो गया।
अल्मोड़ा में एसओजी टीम में था संदीप
जिसमें यह बात सामने आई है कि सिपाही संदीप पाटनी अल्मोड़ा में एसओजी टीम में था। करीब पांच माह पहले ही ऊधम सिंह नगर में उसका ट्रांसफर हुआ था। इस संबंध में एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपना नाम ट्रांजिट कैंप निवासी नैपाल सिंह और आदर्श कॉलोनी (काठगोदाम) निवासी राज चौधरी बताया। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र से सुभाष कॉलोनी निवासी सुमित धौनी, लोहाघाट (चंपावत) निवासी संदीप पाटनी, हीरा नगर (हल्द्वानी) निवासी विजय नेगी को गिरफ्तार कर लिया जबकि ट्रांजिट कैंप निवासी महेंद्र उर्फ भूपेंद्र सिंह फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 32,500 रुपये और मोबाइल बरामद किया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। एसएसपी ने कहा कि आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई की जाएगी।