2,273 total views, 18 views today
उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड का लोकपर्व फूलदेई सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जो प्रकृति का पर्व है।
लोकपर्व फूलदेई
जिसके बाद अब फूलदेई के बारें में बच्चें पढ़ेंगे। मिला जानकारी के अनुसार फूलदेई महोत्सव को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। आने वाले समय में हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत विषय में बच्चे फूलदेई को कविता, गीत और गद्य के रूप में पढ़ेंगे।
बाल पर्व के रूप में मनाने की घोषणा
इस संबंध में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से उत्तराखंड में फूलदेई पर्व को बाल पर्व के रूप में मनाने की घोषणा भी की गई है।
More Stories
बागेश्वर: जिलें में नवरात्रि 22 से 30 मार्च को नारी शक्ति उत्सव का होगा आयोजन, महिलाओं व बेटियों को किया जाएगा सम्मानित
20 मार्च: विश्व गौरैया दिवस: विलुप्त हो रहीं हैं घर आंगन की रौनक गौरैया, बचाने के हर संभव प्रयास है जरूरी
अल्मोड़ा: 17 नाबालिगों के वाहन चलाने पर अभिभावकों के विरुद्ध अल्मोड़ा पुलिस ने की चालानी कार्यवाही, एसएसपी अल्मोड़ा ने की अभिभावकों से ये अपील