उत्तराखंड: इन तीन बच्चों को मिलेगा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार, अपने अदम्य साहस से बचाई थी दूसरों की जान

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के तीन बच्चों का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए दिल्ली भेजा गया है।

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए तीन बच्चों के नाम शामिल

इस संबंध में राज्य बाल कल्याण परिषद ने भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली को जिन बच्चों के नाम भेजे हैं, उसमें रुद्रप्रयाग जिले के नितिन, पौड़ी गढ़वाल के आयुष ध्यानी एवं अमन सुंद्रियाल शामिल हैं। भारतीय बाल कल्याण परिषद की ओर से चयन करने के बाद अदम्य साहस के लिए जनवरी में दिल्ली में पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

इन बच्चों ने दिखाया था अदम्य साहस

रुद्रप्रयाग के तमिण्ड गांव निवासी नितिन का सामना चंडिका मंदिर जाते हुए रास्ते में गुलदार से हो गया था। अदम्य साहस का परिचय देते हुए नितिन ने गुलदार से न सिर्फ अपनी बल्कि अपने भाई की भी जान बचा ली। इसी तरह पौड़ी जिले के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डुंगरी नैनीडांडा के 9वीं कक्षा के छात्र आयुष ध्यानी और अमन सुंद्रियाल ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका के साथ जंगल में लगी आग बुझाकर स्कूल को सुरक्षित बचाया।

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार

इस पुरस्कार के रूप में एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है। सभी बच्चों को विद्यालय की पढ़ाई पूरी करने तक वित्तीय सहायता भी दी जाती है।