उत्तराखंड: कोक स्टूडियो में गाना गाने से चर्चाओं में आई कमला देवी की आवाज में गूंजेगा अब यह लोकगीत, जानें

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। बागेश्वर की गरुड़ तहसील स्थित लखनी गांव की रहने वाली कमला देवी अब लोकगीत बेडु पाको बारामासा गीत गाते हुए नजर आएंगी।

बेडु पाको बारामासा… गीत हमारे प्रदेश के हर घर में होने वाले समारोह की है शान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तराखंडी की जुबां पर रहने वाला लोकगीत बेडु पाको बारामासा जल्द ही लोकगायिका कमला देवी की आवाज में सुनने को मिलेगा। इस संबंध में कमला देवी ने बताया कि, उनका सपना है कि उत्तराखंड के लोकगीत टीवी, रेडियो, डीजे समेत सोशल मीडिया पर गूंजें। इससे न सिर्फ उत्तराखंडी संस्कृति का संरक्षण होगा बल्कि आने वाली पीढ़ी भी रूबरू होगी। उन्होंने कहा, बेडु पाको बारामासा… गीत हमारे प्रदेश के हर घर में होने वाले समारोह की शान है। ऐसे में वह इस गीत को आवाज देने के लिए उत्साहित हैं। इसके अलावा दर्शकों को जल्द ही नए गीत व जागर भी सुनने को मिलेंगे।

कई कार्यक्रमों में दी है अपनी प्रस्तुति

उत्तराखंड के बागेश्वर जिले की गरुड़ तहसील स्थित लखनी गांव की कमला देवी का मायका रवाईखाल के बिजोरीझाल में हैं। उनके पिता बिर राम जागर और हुड़किया बोल गायक थे। लोक गायन की यह विधा उन्हें विरासत में मिली है। उन्होंने कई कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति दी है। लोक गायिका कमला देवी ने आकाशवाणी अल्मोड़ा, देहरादून और लखनऊ दूरदर्शन पर कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं।

कोक स्टूडियो से आई चर्चा में

बीते 22 सालों से उत्तराखंड के लोकगीत व लोक संस्कृति की विरासत को संजोने वाली कमला देवी कोक स्टूडियो भारत का गाना ”सोनचढ़ी” के बाद से चर्चाओं में आईं थीं। इस गाने को लोगों ने काफी पसंद किया। इसके साथ ही उत्तराखंड की संस्कृति को देश-दुनिया में नई पहचान मिली। कोक स्टूडियो भारतीय लोक संगीत से लेकर वर्तमान पॉप संगीत से लेकर हिपहॉप और वेस्टर्न संगीत का फ्यूजन तैयार करता है। यह भारत के सबसे लोकप्रिय म्यूजिक प्रोग्राम में से एक है। कोक स्टूडियो ने देश के कई गायकों को पहचान दी है।