उत्तराखंड: अपने हक की लड़ाई को लेकर कोर्ट का रुख करेंगे ओलंपियन गुरमीत सिंह

उधमसिंह नगर: बाजपुर निवासी एक ओलिंपियन को अपने हक के लिए कोर्ट का रुख करना पड़ रहा है। ओलंपियन ने एशियन चैंपियनशिप और इटली में आयोजित हुई वर्ल्ड रेस वाक चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया। इसके लिए उन्हें जितनी पुरस्कार राशि मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिली। ओलिंपियन ने कई बार खेल विभाग के संयुक्त निदेशक से पत्राचार भी किया, मगर विभाग ने उन्हें दिसंबर 2016 में खेल नीति में हुए संशोधन का हवाला देकर बची हुई पुरस्कार राशि देने से इंकार कर दिया। अब इस मामले को लेकर ओलंपियन ने कोर्ट का रुख करने का मन बना लिया है।

एशियन चैंपियनशिप में 20 किमी रेस वाक में जीता स्वर्ण पदक

बाजपुर निवासी ओलिंपियन गुरमीत सिंह से मिली जानकारी के अनुसार मार्च 2016 में उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में 20 किमी रेस वाक में स्वर्ण पदक जीता था। खेल नीति-2014 के अनुसार इस उपलब्धि के लिए उन्हें 10 लाख की पुरस्कार राशि मिलनी थी लेकिन विभाग ने उन्हें पांच लाख रुपए दिए। वहीं, मई 2016 में इटली में आयोजित हुई वर्ल्ड रेस वाक चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने पर उन्हें एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि मिलनी थी लेकिन विभाग ने उन्हें 50 हजार रुपये दिए। गुरमीत के अनुसार वह कई बार खेल विभाग के संयुक्त निदेशक डा. धर्मेंद्र भट्ट से पत्राचार कर चुके हैं, मगर विभाग ने उन्हें दिसंबर 2016 में खेल नीति में हुए संशोधन का हवाला देकर बची हुई पुरस्कार राशि देने से इंकार कर दिया। गुरमीत का कहना है कि ऐसे में उन्होंने अपने हक के लिए कोर्ट जाने का मन बना लिया है।