उत्तराखंड: ऋण वसूली के नोटिस आने पर पीड़ित के उड़े होश, डीएम को पत्र भेज कर उच्च स्तरीय जांच और आरोपियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां ऊधम सिंह नगर के गदरपुर में लोन दिलाने के नाम पर चार लोगों ने बोक्सा जनजाति के किसान को करोड़ों रुपए का चूना लगा दिया। राजस्व विभाग की ओर से भेजे गए आबकारी विभाग के बकाए नोटिस को देख किसान को इसकी जानकारी हुई। किसान ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर उच्च स्तरीय जांच और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

जानें पूरा मामला

ग्राम मजरा गुमानी नंदपुर निवासी बोक्सा जनजाति के किसान रामचंद्र ने डीएम को भेजे पत्र में बताया कि उसे ब्याज पर रुपयों की जरूरत थी। काशीपुर निवासी दो व्यक्तियों ने रुद्रपुर और गदरपुर में रहने वाले दो अन्य लोगों के साथ उसके घर पर आकर जनजाति किसानों के लिए प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उनकी बातों में आकर उसने अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, परिवार रजिस्टर की नकल, भूमि की खतौनी, पैन कार्ड आदि इन लोगों को दे दिया। कुछ दिन उक्त लोग रामचंद्र को रुद्रपुर में एक ऑफिस में ले गए और यहां कुछ कागजातों पर दस्तखत कराकर उसे घर भेज दिया। उन्होंने कहा कि जब ऋण मंजूर होगा तो सूचना दे दी जाएगी। कई दिन बीत जाने के बाद जब रामचंद्र ने ऋण के संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की तो उन्होंने टालमटोल करना शुरू कर दिया। दिसंबर में उसे डीएम कार्यालय से जारी नोटिस मिला था, जिसमें महुआखेड़ा गंज, काशीपुर रुद्रपुर गल्ला मंडी के नाम पर विदेशी मदिरा की दुकान के हो रहे संचालन का 1,50,46,369 रुपये का नोटिस राजस्व देय की प्रतिभूमि बकाए के चलते बंधक कर दिए जाने का आदेश दिया गया था। नोटिस देखकर उसके होश उड़ गए।

उच्च स्तरीय जांच और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

कुछ दिन बाद तहसील गदरपुर से भी रामचंद्र के नाम आबकारी देय के 1,84,62,560 रुपये और 52,65,613 रुपये का वसूली नोटिस आ गया। रामचंद्र का कहना है चारों लोगों ने ऋण दिलाने के नाम पर उसके साथ धोखा दिया है। रामचंद्र ने डीएम को पत्र भेज कर उच्च स्तरीय जांच और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।