देहरादून: जहां देश में बढ़ती बेरोजगारी युवाओं के लिए सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आयी है वहीँ कुछ अराजक तत्त्व ऐसे भी है जो इस समस्या से पीड़ित युवाओं को नौकरी का झांसा देकर लूटने के लिए तत्पर रहते हैं और अपने आर्थिक लाभ के लिए तरह- तरह के फ़र्ज़ी और गैरकानूनी प्रपंच करते रहते हैं । कुछ ऐसी ही वाकया दून में देखने को मिला है ।
देहरादून में सक्रिय कबूतरबाजी करने वाले गैंग को देहरादून एसटीएफ ने पकड़ लिया है । सभी आरोपी लोगों को नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजा करते थे । बाकायदा यह लोग एक एजेंसी चलाया करते थे । और युवाओं को नौकरी का फर्जी नियुक्तिपत्र भी देते थे। इसमें एजेंसी के संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है।
विदेश में नौकरी का झांसा देकर फर्जी चयन सर्टिफिकेट, नियुक्तिपत्र देते थे
जानकारी के अनुसार तीन युवकों ने अपने साथ हुई ठगी की रिपोर्ट लिखाई थी । एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि राजपुर रोड स्थित होटल मधुबन के सामने कैरी कंसलटिंग प्राइवेट लिमिटेड नाम की एजेंसी पर छापा मारा गया। तो पता लगा था यह फ़र्ज़ी एजेंसी तीन लोग चला रहे हैं । आरोपी पहले युवाओं को विदेश में नौकरी का झांसा देकर फर्जी चयन सर्टिफिकेट, नियुक्तिपत्र देते थे ।
एसटीएफ ने बरामद किये 35 चयन पत्र
एजेंसी के पंजीकरण के बारे में पता लगाया गया तो उनके पास कोई दस्तावेज नहीं मिले । आरोपियों ने चंडीगढ़ में भी रेफोर्ड इमिग्रेशन सर्विस नाम से एजेंसी खोली थी। यहां उन्होंने हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों के युवाओं से लाखों रुपये ठगी की थी । इसके बाद वहां एजेंसी बंद कर भाग निकले थे और करीब डेढ़ माह पहले ही उन्होंने देहरादून में फ़र्ज़ी कार्यालय खोला था। एसटीएफ ने मौके से राम शर्मा निवासी मंडी डबवाली, सिरसा हरियाणा, प्रदीप कुमार निवासी फूलटाउन, भटिंडा पंजाब और सीमा शुक्ला निवासी चमकौर साहिब, रोपड़ पंजाब को पकड़ा । इनके पास से सिंगापुर की स्टैंमफोर्ड कंपनी का फर्जी नियुक्तिपत्र व अन्य दस्तावेज मिले । एसटीएफ ने आरोपियों के कार्यालय से बड़ी संख्या में फ़र्ज़ी दस्तावेज बरामद किए हैं। मौके पर फर्जीवाड़े से बनाए गए 35 चयन पत्र, 36 पासपोर्ट, दो कैश बुक, दो लैपटॉप, 310 एप्लीकेशन फॉर्म, 520 विजिटिंग कार्ड, 15 मेडिकल रिपोर्ट, नौ आधार कार्ड और चार मोबाइल फोन बरामद किया है ।
न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है
सभी आरोपियों के खिलाफ डालनवाला थाने में केस दर्ज कर रविवार को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय के आदेश पर तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।