कोरोना काल में लोगों को आर्थिक मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा है, जिसमें वाहनों को भी बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। वही ऐसे में उत्तराखण्ड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड में अब पहाड़ के लिए जल्द निजी बसें चलेंगी।
75 प्रतिशत यात्री क्षमता और रोडवेज बसों जितना किराया वसूलने की मिल सकती है अनुमति-
पहाड़ के लिए जल्द निजी बसें फिर चलनी शुरू होंगी। कोविड कर्फ्यू के बाद निजी बसों के मालिक 50 फीसदी यात्री क्षमता से बस संचालन में असमर्थतता जता रहे थे। उनका कहना था कि कोरोना लॉकडाउन की तरह इस बार भी उन्हें 50 फीसदी यात्री क्षमता के साथ दोगुना किराया वसूलने का मौका दिया जाए। इस पर सरकार ने मनाही कर दी थी। जिसके बाद दो मई से गढ़वाल और कुमाऊं में इन बसों का संचालन ठप हो गया था। दूसरा प्रस्ताव यह रखा कि उन्हें 50 के बजाय 75 प्रतिशत यात्री क्षमता और रोडवेज बसों जितना किराया वसूलने की अनुमति दी जाए। जिस पर वार्ता के बाद सरकार इस बात पर राजी हो गई कि निजी बस ऑपरेटर्स 75 प्रतिशत सवारियों के साथ ही डेढ़ गुना किराया वसूल सकेंगे।
आज जारी हो सकता है शासनादेश-
इस संबंध में आज शासनादेश जारी किया जा सकता है। जिस पर आज मांग के अनुरूप परिवहन विभाग से शासनादेश जारी कर सकता है।