उधमसिंह नगर: नानकमत्ता थाना क्षेत्र के ध्यानपुर गांव में हुई हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। हैरानी की बात यह है की प्रधान को फंसाने के लिए बेटे और बहू ने ही बुजुर्ग की हत्या कि साजिश रची थी।आरोपियों ने 50 हजार रुपये की सुपारी देकर हत्या करवाई थी।पुलिस ने षडयंत्र रचने के आरोपी बेटे, बहु और ससुरालियों के साथ ही सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है।
यह है पूरा मामला
ग्राम वनगवां थाना खटीमा निवासी जगीर सिंह (65) पुत्र गुरुदत्त सिंह मंगलवार रात वह आंगन में चारपाई पर मच्छरदानी लगाकर सो रहे थे। रात करीब साढ़े दस बजे उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पुत्रवधू रजविंदर कौर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि घटना के वक्त वह और उसकी बहन लविंदर कौर घर के अंदर थीं। उसने बताया कि ग्राम प्रधान समर सिंह उसके भाई बलविंदर सिंह व गांव निवासी द्वारका प्रसाद, सुंदर सिंह उर्फ मदारी, जितेंद्र सिंह, लखविंदर सिंह उर्फ लक्की तथा धर्मेंद्र सिंह से जमीनी विवाद चल रहा है। विवाद के चलते उन्होंने पुलिस को पहले भी कई तहरीर दी थीं। पुलिस ने रजविंदर कौर की तहरीर पर प्रधान समर सिंह समेत सात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था।
50 हजार रुपए में दी सुपारी
हत्याकांड के खुलासे में लगी एसओजी ने मृतक के परिजनों का मोबाइल डाटा खंगाला तो पता चला कि मृतक की पुत्रवधू की बहन लविंदर कौर ने पुत्रवधू रजविंदर के मोबाइल से जीतगौड़ी गांव के जसवंत सिंह से बात की थी, जिसे पुलिस ने ट्रेस कर लिया। घटना संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस जसवंत सिंह को पूछताछ के लिए थाने लाई। जिसके बाद जसवंत ने हत्याकांड का पूरा सच पुलिस को बताया। जसवंत ने बताया कि मृतक बुजुर्ग के पुत्र कुलवंत सिंह, पुत्रवधू रजविंदर कौर, उसकी मां गुरदीप कौर, बहन लविंदर कौर और भाई सूरज सिंह ने मिलकर जगीर सिंह की हत्या की साजिश रची थी। आरोपियों ने उसे जगीर की हत्या करने के लिए 50 हजार रुपये सुपारी तय कर 15 हजार रुपये एडवांस दिए थे। आरोपियों ने बुजुर्ग की हत्या के केस में प्रधान समर सिंह समेत सात लोगों को फंसाने के लिए हत्या कराई थी। साथ ही हत्या करने के लिए उसे 12 बोर की पौनिया मय कारतूस दी गई थी। पुलिस ने पांचों आरोपियों को वनगवां थाना खटीमा से गिरफ्तार कर लिया है।