उत्तराखंड: अनोखी मान्यता: कल जाख देवता अपने पश्वा पर होंगे अवतरित, धधकते अंगारों पर करेंगे नृत्य

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग के केदारघाटी के आराध्य यक्षराज जाख देवता कल अवतरित होकर धधकते अंगारों पर नृत्य करेंगे।

धधकते अंगारों में नृत्य करेंगे जाख देवता

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दो दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का देवशाल, नारायणकोटी और कोठेडा के ग्रामीणों की बैठक के साथ विधिवत शुभारंभ हो गया है। दो दिवसीय जाख मेला संक्रांति आज 13 अप्रैल से शुरू हो गया है। तैयारियों के साथ जंगल में चिह्नित की गई लकड़ियां काटी गई है। आज अप्रैल को जाख देवता के मंदिर परिसर में सूखी लकड़ियों से अग्निकुंड तैयार किया गया।

खास है मान्यता

रिपोर्ट्स के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बताया गया है कि स्वयं भगवान शिव द्वारा इस लिंग को जाखधार में स्थापित करने का आदेश दिया गया था। प्रतिवर्ष यहां बैसाख माह की संक्राति को दो दिवसीय मेला शुरू होता है, जिसमें भगवान यक्षराज अपने पश्वा पर अवतरित होकर अग्निकुंड के धधकते अंगारों पर नृत्य करते हैं।