अगले साल उत्तराखंड समेत कई राज्यों में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं । इस बीच सभी राजनितिक पार्टी चुनाव के प्रचार प्रसार में जोरो – शोरो से लगे हुए हैं । पंजाब के बाद अब उत्तराखंड में भी कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है ।
कांग्रेस को ढूंढना पड़ सकता है नया चेहरा
दरअसल कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कांग्रेस को लेकर उत्तराखंड में नाराजगी जताई है । उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए राजनीति को छोड़ने के संकेत दिए हैं । अगर ऐसा होता है तो उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी को इससे भारी नुकसान हो सकता है । अगर कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत कांग्रेस से इस्तीफा देते हैं तो चुनाव में पार्टी कमजोर पड़ सकती है । और कांग्रेस को उत्तराखंड में नया चेहरा खोजना पड़ेगा ।
खुलकर नाराजगी जाहिर की
पूर्व सीएम हरीश रावत ने खुलकर अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर जाहिर भी की है । उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है । जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं, जिनके आदेश पर तैरना है । उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं । मन में बहुत बार विचार आ रहे हैं कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है ।
यूकेडी के अध्यक्ष से की मुलाकात
वहीँ बताया जा रहा है कि सीएम हरीश रावत ने ट्वीट् करने से पहले उत्तराखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी से मुलाकात की थी। दोनों की मुलाकात की ख़बरों ने सियासी हलकों में चर्चाएं और तेज कर दी है।