राज्य सरकार की ओर से ऐसे कार्मिकों को रिटायर करने की योजना है । जो गंभीर रूप से बीमार और शारीरिक रूप से अक्षम हो । इसके लिए शिक्षा विभाग में तैनात 50 साल से ज्यादा आयु के बीमार कार्मिकों के चिन्हीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
इससे विद्यालय/कार्यालय के कार्य प्रभावित होते हैं
शिक्षा विभाग में ऐसे कार्मिकों का चिन्हीकरण शुरू हो गया है जो अस्वस्थ होने के कारण लंबे समय से विद्यालय/कार्यालय से अनुपस्थित रहते हैं अथवा उपस्थित रहने के बावजूद अपने कर्तव्य निर्वहन नहीं कर पाते हैं। इससे विद्यालय/कार्यालय के कार्य प्रभावित होते हैं तथा संबंधित का पद रिक्त न होने के कारण दूसरे शिक्षक / कार्मिक की पदस्थापना नहीं हो पाती है। राज्य सरकार की ऐसे कार्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की योजना है। ये भी हो सकता है कि बीमार शिक्षकों को रिटायर करने के बाद शिक्षा विभाग शिक्षकों की भर्ती भी कर सकता हैं । इससे रिक्त पदों पर भर्ती का रास्ता खुल जाएगा । बताते चले की शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने ऐसे शिक्षको को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं जिनकी विभाग में बीस साल की सेवा पूरी हो चुकी है ।