उत्तराखंड: नहीं रुक रहा मिलावटी पनीर बनाने का धंधा, वीआईपी कार से मिला लगभग 3.50 कुंटल पनीर

खाद्य सुरक्षा आयुक्त के निर्देश पर प्रदेश भर में मिलावटी दुग्ध पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम एवं एफडीए विजिलेंस की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। कार्यवाही के दौरान लगभग 3.50 कुंटल मिलावटी पनीर बरामद किया। पनीर चौपहिया वाहनों के माध्यम से पड़ोसी राज्य यूपी के जिला रामपुर से लाया जा रहा था। जहा खास बात यह रही कि एक कार पर आर्मी और दूसरी पर अधिवक्ता व वीआईपी का लोगो लगा था।

दो कारो में 3.50 क्विंटल मिलावटी पनीर पकड़ा गया

शुक्रवार को काशीपुर में खाद्य सुरक्षा उपायुक्त गणेश चंद्र कंडवाल के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम व एफडीए विजिलेंस के एसआई जगदीश रतूड़ी के नेतृत्व में संयुक्त रूप से छापेमारी की। जहां दड़ियाल रोड पर वाहनों की चेकिंग की गई। इस दौरान दो कारो में 3.50 क्विंटल मिलावटी पनीर पकड़ा गया। जो कि रामनगर के होटलों और रिजॉर्टो में ले जाया जा रहा था। प्रथम दृष्टया पनीर मिलावटी लगा। जिसके चलते खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने पनीर के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि मिलावटी पनीर ला रहे दोनों व्यक्तियों ने पूछताछ में बताया कि यह पनीर यूपी रामपुर के टांडा स्वार से ला रहे थे। जहां इसकी फैक्ट्री संचालित है। वह निजी नंबरों की गाड़ियों में यह कारोबार कर रहे हैं। जिससे कि यह पकड़ में नहीं आ पाते हैं। यह पनीर जांच के लिए रुद्रपुर लैब में भेजा जाएगा।

खाद्य पदार्थों के मिलावट को रोकने के लिए चलाया जा रहा विशेष अभियान

वहीं एफडीए विजिलेंस के एसआई जगदीश रतूडी ने बताया कि खाद्य पदार्थों के मिलावट को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जोकि सभी जिलों में चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्य फोकस डेरी प्रोडक्ट पर है। क्योंकि सबसे ज्यादा मिलावट डेयरी प्रोडक्ट मे ही पाई जाती है और आम जनता के द्वारा डेरी प्रोडक्ट का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है।

टीम में शामिल रहे

इस दौरान टीम में जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ललित मोहन पांडे, जसपुर पवन कुमार, संजय नेगी आदि शामिल रहे।