आईआईटी रुड़की में मंगलवार से 62वें सालाना लेबर इकोनॉमिक्स को लेकर तीन दिवसीय सम्मेलन शुरू हो गया है। जिसमें देश विदेश से 500 से अधिक विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। लेबर कॉन्फ्रेंस में रोजगार, पलायन, श्रम सुरक्षा को लेकर चर्चा की जा रही हैं। साथ ही कई शोधपत्र भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
अर्थनीति के प्रभाव को लेकर चर्चा
आईआईटी के निदेशक ने बताया कि सम्मेलन में वैज्ञानिक और शोधकर्ता अपने विचार रख रहे है। जिसमें कोविड के समय दो सालों में क्या प्रभाव पड़ा और नई अर्थनीति के प्रभाव को लेकर चर्चा कर निष्कर्ष निकाला जाएगा।