संयुक्त राष्ट्र, अफ्रीकी देश और अरब देशों के नेता सूडान में युद्धस्थिति समाप्त करने के तौर-तरीकों पर चर्चा के लिए आज वर्चुअल बैठक करेंगे। एक बयान में, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता ने कहा है कि महासचिव एंटोनियो गुतरस सूडान में युद्ध स्थिति समाप्त करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। महासचिव गुतरस तनाव कम करने और हिंसा प्रभावित सूडान में शांति बहाली के लिए अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष, अरब लीग के महासचिव, पूर्वी अफ्रीकी ब्लॉक, आईजीएडी के कार्यकारी सचिव और अन्य संबंधित संगठनों के साथ चर्चा करेंगे।
पिछले पांच दिनों में संघर्ष में लगभग 300 लोग मारे गए
इस बीच, मंगलवार की शाम युद्धविराम के प्रयास की विफलता के बाद, हजारों नागरिक सूडान की राजधानी से पलायन कर गए हैं और अन्य देश भी अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रहे हैं। बाद में सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट बल ने अलग से 24 घंटे के नए संघर्षविराम की घोषणा की लेकिन छिटपुट संघर्ष अब भी जारी है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा है कि पिछले पांच दिनों में संघर्ष में लगभग 300 लोग मारे गए हैं और कम से कम दो हजार 600 घायल हुए हैं। राजधानी खार्तूम के निवासियों के पास खाने-पीने की वस्तुओं और अन्य सामग्री की कमी हो गई है और वे अन्य स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।
भारतीय नागरिकों को निकालना बड़ी चुनौती
सूडान में चल रही सेना और अर्धसैनिक बलों की जंग एक पल के लिए भी नहीं रुक रही है।ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती ओमडुरमैन में रह रहे भारतीयों को निकालना ही है। सूडान में प्रवासी भारतीयों और भारतवंशियों का आकंड़ा करीब तीन हज़ार से अधिक का है। इनकी ज्यादातर आबादी खार्तूम में है। साथ ही ओमदुर्मान और पोर्ट सूडान जैसे शहरों में भी भारतीय लोगों की बड़ी संख्या है। ऐसे में अगर निकासी अभियान के लिए कोई रास्ता और समय मिल भी जाता है तो लोगों को इकट्ठा करना और सुरक्षित एक जगह तक पहुंचाना बड़ी चुनौती होगी । बता दें कि गोलीबारी में एक भारतीय की पहले मौत हो चुकी है। एयरस्ट्राइक और गोलीबारी के बीच भारतीय दूतावास ने भारतीयों को घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की सहयोग की अपील
सूडान में सेना और एक प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल के बीच संघर्ष में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत, पश्चिम एशिया में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात तथा अमरीका जैसे प्रमुख भागीदार देशों के साथ बातचीत कर रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सहयोग के लिए सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रियों से बात की है।