द्वाराहाट में मनरेगा कर्मचारी के सेवा बहाली को लेकर पिछले 28 दिन से ब्लाक मुख्यालय में चल रहे आंदोलन के प्रति प्रशासन ने सोमवार को सख्त रुख अपनाया और आमरण अनशन पर बैठे बर्खास्त कर्माचारी नारायण सिंह रावत व पूरन जोशी समेत 17 लोगों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया है।
प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद आंदोलन फिलहाल समाप्त-
नारायण सिंह रावत ब्लाक मुख्यालय में मनरेगा के तहत कार्यरत था। जिसमें एक शिकायत की जांच के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। जिसके खिलाफ उन्होंने आंदोलन शुरू किया था। इधर प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद आंदोलन फिलहाल समाप्त हो गया है। वही सभी का धारा 151 में चालान किया गया। एसडीएम कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद निजी मुचलकों के साथ रिहा किया गया।
आंदोलन को कुचलने का प्रयास-
आंदोलन स्थल पर मौजूद पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट ने कहा कि शासन-प्रशासन ने मिलकर आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया है। जो लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
जिसमें यह लोग शामिल-
जिसमें गिरफ्तार किए गए लोगों में दो अनशन कारियों के अलावा नवल किशोर, कमल किशोर आर्या, देव सिंह रावत, राजेन्द्र कुमार, हरीश कार्की, निर्मल मठपाल, दिगम्बर सिंह, दीपक बिष्ट, नंदन सिंह अधिकारी, गोपाल रावत, गणेश सिंह, गुलाब सिंह, सुरेन्द्र रावत, जगत सिंह व धन सिंह रहे।