पिथौरागढ़: झूठे आरोप में जेल गए बंगापानी निवासी मनोज नौकरी नहीं मिलने से परेशान है। पिछले कुछ दिनों से वह न्याय की देवी मां कोटगाड़ी मंदिर परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इसके बाद भी प्रशासन ने जब मनोज की सुध नहीं ली तो उन्होंने शनिवार को जहरीला पदार्थ गटक लिया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उपचार के बाद बताया कि उनकी हालत अब खतरे से बाहर है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2010 में किसी अज्ञात व्यक्ति ने देहरादून पुलिस को फोन कर परेड ग्राउंड की सभा में सीएम को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इस मामले में पुलिस ने बंगापानी के सिलिंग गांव निवासी मनोज कुमार को गिरफ्तार किया था। इस झूठे आरोप में उसे चार माह जेल काटनी पड़ी। बाद में अदालत ने 11 जनवरी 2017 को मनोज को दोषमुक्त कर दिया था। मनोज का कहना है कि छह साल चले मुकदमे में उसके लाखों रुपये बर्बाद हो गए। जिस समय उसे गिरफ्तार किया गया था, वह निजी सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी करने के साथ बीए की पढ़ाई कर रहा था। इस झूठे मुकदमे से उसका पूरा भविष्य बर्बाद हो गया। कई बार धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन करने पर प्रशासन की ओर से उसे नौकरी का कोरा आश्वासन दिया गया। अब मनोज इस कोरे आश्वासन से इस कदर परेशान है कि उसने न्याय की देवी मां कोटगाड़ी की शरण ली। मनोज मंदिर परिसर में बिच्छू घास पर बैठकर भूख हड़ताल कर रहा था।