जिले में युवा मतदाताओं की संख्या करीब 2.53 लाख है
लेकिन इनमें से 10 हजार युवा मतदाता ऐसे हैं, जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। शिक्षा स्वास्थय सेवाओं रोजगार को मुद्दा बनाकर मतदान करेंगे।
दस हजार युवा मतदाता पहली बार करेंगे मतदान का प्रयोग:
युवा वर्ग रोजगार, शिक्षा, स्वास्थय सेवाओं के मुद्दे को बड़ा मानते हैं। उनमें पहली बार मतदान करने को लेकर भारी उत्साह है। कुछ युवा बेरोजागारी को बड़ा मुद्दा मानते हुए मतदान करेंगे।
कोविड के नियमों का पालन करेंगे:
मतदान के दौरान सभी युवा वर्ग कोविड गाइडलाइन (सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनिटाइजर) आदि का पालन करेंगे।
शिक्षा, स्वास्थय सेवाओं, रोजगार को लेकर करेंगे मतदान:
कहा कि अल्मोड़ा में शिक्षा व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की जरूरत है, जिससे युवाओं को बड़े-बड़े महानगरों की ओर रूख ना करने पड़े। छात्रों को अल्मोड़ा में ही बेहतर शिक्षा मिल पाये। अल्मोड़ा में स्वास्थ्य सेवाओं को भी बेहतर करने की जरूरत है। साथ में बेरोजगारी को दूर करने की भी एक बड़ा मुद्दा उठाया है।
स्वास्थ्य सेवा है एक अहम मुद्दा:
अल्मोड़ा जिला चिकित्सा के मामले में अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है। जिले में पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर नहीं हैं और साथ में स्वास्थ्य सेवाऐं भी अच्छी नहीं है। अल्मोड़ा जिले में पहाड़ों की तरफ दूरदराज के गांवों से लोगों को इलाज के लिए शहर की तरफ आना पड़ता है और वहां भी डॉक्टर,सर्जन नहीं होते हैं। अल्मोड़ा के जिला अस्पताल, बेस अस्पताल में डॉक्टर, न्यूरो सर्जन व मशीनी उपकरण की भी अच्छी सुविधाएं नहीं हैं। जिससे लोगों को इलाज के लिए शहर से बाहर जाना पड़ता है। शहर से बाहर जाते समय कई मरीज बीच रस्ते में ही दम तोड़ देते हैं। जिले में स्वास्थ्य के अभाव में यहां की सबसे बड़ी नाकामी साबित हो रही है। जिससे लोगों को पलायन करना पड़ रहा है, पलायन का प्रमुख कारण स्वास्थ्य सेवाएं भी है।
बोले युवा मतदाता:
ज्योति का कहना है कि जिले में मेडिकल कॉलेज में कक्षाएं अभी संचालित हो रही है लेकिन शहर में अच्छे डॉक्टर ,सर्जन व मशीनें उपलब्ध नहीं हैं। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बना सके ऐसे मुद्दे को ध्यान में रखकर अपना मत का प्रयोग करूंगी।
मयंक जोशी का कहना है कि मेरा भी मतदान पहचान पत्र बन गया है। पहली बार लेकर खुश हूं। शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रख अपने मत का प्रयोग करूंगा।
वहीं दिव्या का कहना है कि
हर साल भारी संख्या में युवा कॉलेज और संस्थानों से पास होकर नौकरी की तला करते है। ऐसे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने वाले प्रतिनिधि को ही वोट करूंगी।
दिव्यांशु बिष्ट का कहना है कि अच्छा लग रहा है, इस बार सरकार बनाने में हमारी भी भागीदारी होगी। अब से पहले दूसरों को ही मतदान करते देखा था। हम भी इस बार पूरे उत्साह से शिक्षा, रोजगार और विकास के मुद्दे को लेकर मतदान करेंगे।
प्रेरणा का कहना है कि निर्वाचन आयोग स्कूल कालेजों में कार्यक्रम आयोजित करता था। कई रैली भी हमने निकाली। इसमें लोगों को मतदान के लिए जागरूक किया। इस बार पहली बार हम भी मतदान करेंगे और शिक्षा, रोजगार और विकास के मुद्दे पर वोट करूंगी।
नितिन ने कहा कि पहली बार वोट डालकर सरकार बनाने में अपनी भागीदारी निभाऊंगा। पहली बार मतदान को लेकर खुश हूं। शिक्षा, बेरोजगारी के मुद्दे को ध्यान रख मतदान का प्रयोग करूंगा।
प्रकाश का कहना है कि विधायक शिक्षक होना चाहिए, छात्रहितों में सही निर्णय ले सके और शिक्षा व्यवस्था की प्रणाली को बेहतर बना सके, ऐसे मुद्दे को ध्यान कर वोट करूंगा।
कुल मतदाता:
18-19 वर्ष 9,295 हजार
20-29 वर्ष 1,02941 लाख
30-39 वर्ष 1,41,579 लाख
कुल: 2,53,815 लाख मतदाता।