अल्मोड़ा: जिले में 24 सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त, काश्तकार परेशान

आपदा से जिले के ग्रामीण इलाकों में लंबे समय से क्षतिग्रस्त 24 नहरों को विभाग दुरुस्त नहीं कर पाया है। इससे सिंचित क्षेत्रों की फसलों पर पड़ने की आशंका है। क्षतिग्रस्त सिंचाई नहरें दुरुस्त नहीं होने और गर्मी बढ़ने के साथ ही काश्तकारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

87 नहरों में ही चल पा रहा पानी

दरअसल, सिंचाई विभाग अल्मोड़ा खंड के अंतर्गत 127 नहरें है और 932 हेक्टेयर जमीन सिंचित है। लेकिन 87 नहरों में ही पानी चल पा रहा है। स्त्रोत सूखने से 12 नहरों का विभाग पहले ही परित्याग कर चुका है। 40 सिंचाई नहरों में से 6 नहर निर्माणाधीन सड़कों के कटान से गिरने वाले मलबे से क्षतिग्रस्त हैं। जबकि आपदा से 18 नहरें क्षतिग्रस्त है। कुछ स्थानों पर काश्तकारों ने स्वयं के प्रयासों से नहरों को काम चलाऊ हालत में बना रखा है। रिसाव अधिक होने से खेतों में पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है। गर्मी बढ़ने के साथ ही काश्तकारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

जिले में छह नहर निर्माणाधीन सड़कों के कटान से गिरने वाले मलबे से क्षतिग्रस्त

अमित गुप्ता, अधीक्षण अभियंता, सिंचाई खंड का कहना है कि अल्मोड़ा जिले में छह नहर निर्माणाधीन सड़कों के कटान से गिरने वाले मलबे से क्षतिग्रस्त हैं। वहीं 18 नहरें पूर्व में आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई हैं। शासन से बजट मिलते ही इनमें कार्य शुरू कर दिया जाएगा।