अब पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय हरियाली महोत्सव का करेगा आयोजन, जानें

देश में पिछले एक साल से आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। सभी मंत्रालय अपने-अपने विभागों के साथ अनोखे अंदाज में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। ऐसे में अब पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय हरियाली महोत्सव का आयोजन करेगा।

मंत्रालय के मुताबिक आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शुक्रवार यानि 8 जुलाई को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में “हरियाली महोत्सव” का आयोजन किया जाएगा, जो कि पर्यावरण और जलवायु की दृष्टि से यह आयोजन अत्यंत ही महत्वपूर्ण है।

क्यों मनाया जा रहा है हरियाली महोत्सव

हरियाली महोत्सव न केवल वर्तमान पीढ़ियों के जीवन बल्कि भावी पीढ़ी के जीवन को बनाए रखने और भविष्य सुरक्षा के लिए पेड़ों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करता है। वन प्रकृति का अनुपम उपहार है, जो प्राणवायु ऑक्सीजन तो देता है, साथ ही साथ अनेक उपयोगी जीव जंतु और औषधियों का भंडार है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से संबंधित पहल के पूरक के रूप में इस महोत्सव का बेहद महत्व है। पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और इस धरती को इकोसिस्टम से जुड़ी विभिन्न सेवाएं प्रदान करने में वन,हरियाली की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करने के उद्देश्य से देशभर में हरियाली महोत्सव मनाया जाता है।
प्रकृति और ऋतु चक्र का संतुलन बनाए रखने के लिए, वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए, पर्यावरण शुद्धिकरण के लिए, वर्षा के लिए, वनों का अस्तित्व बहुत ही आवश्यक है।

प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है वनों की महत्ता का उल्लेख

प्राचीन काल में वन ऋषि मुनियों का निवास रहा है, आश्रमों का उल्लेख वनों में ही बताया गया है। औषधियों का भंडार तो यह है ही, हमारी पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पृथ्वी पर पीपल जैसे वृक्ष पूजे भी जाते हैं। रामायण में मेघनाथ के प्रहार से लक्ष्मण के घायल होने पर जीवन रक्षक संजीवनी बूटी भी एक वनस्पति ही थी।

केंद्र, राज्य, स्कूल और पुलिस से मिलेगा सहयोग

हरियाली महोत्सव वृक्षारोपण अभियान चलाने के लिए पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा राज्य सरकारों, पुलिस संस्थानों और दिल्ली के स्कूलों के सहयोग से हरियाली महोत्सव 2022 आयोजित हो रहा है। इस महोत्सव हमें पूरे देश में 75 नगर वनों, दिल्ली-एनसीआर में 75 पुलिस स्टेशनों और 75 स्कूलों की भागीदारी के साथ और विभिन्न राज्यों के 75 अवक्रमित वृक्षारोपण स्थलों पर समारोहपूर्वक वृक्षारोपण अभियान आयोजित किए जा रहे हैं।