अल्मोड़ा: श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला अल्मोडा में श्री रामलीला महोत्सव 2021 का मंचन निरन्तर जारी है । इसी क्रम में पंचम दिवस की लीला में राम का वन गमन,सुमन्त विलाप,केवट प्रसंग,वनवासिन प्रसंग,श्रवण भक्ति,दशरथ मरण और भरत मिलाप का सुन्दर मंचन किया गया ।
जीवंत अभिनय किया
राम की पात्र कु. दिव्या पाटनी,लक्ष्मण-कु.शगुन त्यागी,सीता-कु.किरन कोरंगा,सुमन्त-दीप पाण्डे,भरत-मेघना पाण्डे,शत्रुघ्न-दिव्यम जोशी,दशरथ-मनीष तिवारी,श्रवण प्रसंग में-कमल जोशी-श्रवण कुमार,अखिलेश सिंह थापा-युवा दशरथ बाल कलाकार-पलक तिवारी,दक्ष अधिकारी,गर्वित तिवारी,निषादराज-अनिल जोशी,केवट प्रसंग में-सन्तोष जोशी,अमर बोरा,हर्षित कुमार,करन पालिवाल,कैकेई-कांजल भारती आदि कलाकारों ने जीवन्त अभिनय किया तथा सजीव एवं आन-लाईन संदेशों के माध्यम से खूब वाह-वाही लूटी।
मनोबल बढाया
विशेषकर सुमन्त के पात्र वरिष्ठ रंगकर्मी दीप पाण्डे तथा श्रवण भक्ति में युवा दशरथ -अखिलेश सिंह थापा,श्रवण कुमार-कमल जोशी के जीवन्त अभिनय व विलाप के संवादों से दर्शक भावुक हो गये तथा उनके द्वारा कलाकारों का जोरदार तालियों से सराहना करते हुये उनका मनोबल बढाया देश-विदेश के लाखों दर्शकों ने घर बैठे आन-लाईन माध्यम से दिखाये गये मंचन का आनन्द लिया तथा संदेशों द्वारा भूमि-भूरि प्रशंसा की ।
कर्नाटक खोला अल्मोडा की रामलीला जनपद की सर्वश्रेष्ठ रामलीला है
पंचम दिवस की लीला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री दीपेश जोशी नगर अध्यक्ष देवभूमि व्यापार मण्डल अल्मोडा द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया । तद्पश्चात समिति के पदाधिकारियों द्वारा मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र तथा प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत/अभिनन्दन किया । मुख्य अतिथि श्री दीपेश जोशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि कर्नाटक खोला अल्मोडा की रामलीला जनपद की सर्वश्रेष्ठ रामलीला है जिस कारण वे प्रत्येक वर्ष परिवार सहित रामलीला मंचन देखने व उसका आनन्द लेने के लिये पहुंचते हैं । उन्होंने पात्रों/कलाकारों द्वारा निभाये जाने वाले किरदारों तथा संवादों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये कहा कि वे इस रामलीला से जुडे हैं और भविष्य में भी जुडे रहेगें । श्री जोशी ने कहा कि वे रामलीला समिति के संरक्षक/संयोजन बिट्टू कर्नाटक द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यो में अपने व्यापार प्रकोष्ठ के सदस्यों सहित उनके साथ हैं और जो सहयोग होगा वे उन्हें करते रहेंगे । कार्यक्रम का सफल संचालन बिट्टू कश्यप द्वारा किया गया ।