विकास खंड भैसियाछाना के मुख्यालय धौलछीना में दो करोड़ पैंतालीस लाख रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन तत्कालीन सरकार विधायक कैलाश शर्मा के समय बना।
लेकिन इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन में ओपीडी,जनरल वार्ड,आपतकालीन, सिनियर डाक्टर व जुनियर डाक्टरों के लिए सब अलग अलग कमरे बने हैं। परन्तु इस अस्पताल में डाक्टर व जुनियर डाक्टर व नर्सों की व एक्सरे व अलटासाउड मशीन आदि उपकरणों की कमी से रीठागाड क्षेत्र अल्मोड़ा जिला अस्पताल जाना पड़ता है।।
भैसियाछाना विकास खंड में अभी तक सामुदायिक अस्पताल नहीं है
समाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह नेगी का कहना है हर जिले में एक जिला अस्पताल व हर विकास खंड में एक खंड बिकास सामुदायिक अस्पताल होता है। लेकिन भैसियाछाना विकास खंड में अभी तक सामुदायिक अस्पताल नहीं है ।
कई बार ज्ञापन के जरिए अवगत कराने के बावजूद 2020 मे लैब टैक्नीशियन की नियुक्ति हुई
लंबे समय से रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति धौलछीना में सामुदायिक अस्पताल की मांग करते आ रहे हैं और इस अस्पताल का विस्तारीकरण के लिए समिति के द्बारा स्वास्थ्य मंत्री को कई बार ज्ञापन के जरिए अवगत कराने के बावजूद 2020 मे लैब टैक्नीशियन की नियुक्ति हुई ।
रीठागाड क्षेत्र के ग्रामीणों को धौलछीना अस्पताल में इलाज के लिए सुविधाएं न मिलने के कारण 60से 70किलोमीटर अल्मोड़ा जिला अस्पताल में जाना पड़ता जो रोडो के अभाव से ग्रामीणों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
धौलछीना में सामुदायिक अस्पताल बनने से 20हजार जनता को इसका लाभ होगा।
धौलछीना में सामुदायिक अस्पताल की स्वीकृति केलिए मांग की
समिति के सदस्यों ने व ग्राम प्रधान संगठन के प्रधानों ने धौलछीना में सामुदायिक अस्पताल की मांग की।
समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह समिति सहचीव नन्दन राना मेरी गांव मेरी शान संगठन के अध्यक्ष अर्जुन सिंह , ग्राम प्रधान गीता देवी, ग्राम प्रधान सुनीता देवी, ग्राम प्रधान दीवान सिंह, ग्राम प्रधान महेश सिंह , महिला संगठन अध्यक्ष हेमा देवी आदि लोगों ने आपत्ति जताई और जल्द से जल्द से धौलछीना में सामुदायिक अस्पताल की स्वीकृति के लिए मांग की।