अल्मोड़ा: पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने शिक्षकों व छात्र/छात्राओं को किया सम्मानित

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता/पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक द्वारा शिक्षक,कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने एवं उनके मनोबल को बढाने हेतु एक सम्मान कार्यक्रम राजकीय इन्टर कालेज नैनी-चौगर्खा में आयोजित किया गया । इस सम्मान कार्यक्रम में 100 शिक्षक/कर्मचारी ,विद्यार्थी तथा अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग किया गया । श्री कर्नाटक ने सभी उपस्थित सम्मानितजनों का हार्दिक स्वागत,अभिनन्दन करते हुये शिक्षक/कर्मचारियों को अंगवस्त्र , प्रतीक चिन्ह तथा विद्यार्थियों को मेडल पहनाकर अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया ।
      
शिक्षक को एक अच्छे राष्ट्र का होता है निर्माता-

श्री कर्नाटक ने अपने सम्बोधन में कहा कि एक शिक्षक ईश्वर की तरह है क्योंकि ईश्वर पूरे ब्रह्माण्ड का निर्माता होता है जबकि एक शिक्षक को एक अच्छे राष्ट्र का निर्माता माना जाता है । एक शिक्षक या गुरू ही अपने विद्यार्थी को आगे बढने के लिये प्रेरित करता है । सफल जीवन के लिये शिक्षा बहुत उपयोगी है जो हमें गुरू द्वारा प्रदान की जाती है । उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के भविष्य को बनाया जाता है एवं उनमें सुधार लाने वाला व्यक्ति होता है । शिक्षक ही छात्रों को अच्छी शिक्षा देकर शिक्षित करते हैं तथा उनमें सद्गुणों का विकास कर उन्हें श्रेष्ठ व आदर्श बनाते हैं । शिक्षा ही वह माध्यम है जिसके द्वारा विद्यार्थी अपने राष्ट्र को एक नई ऊचांई तक ले जा सकते है। जब शिक्षा किसी राष्ट्र का भविष्य तक तय कर सकती है तो ऐसे में इस शिक्षा को छात्र/छात्राओं तक पहंचाने वाले शिक्षकों के कंधों पर एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है ।
  
सदैव गुरूओं का करना चाहिए अति सम्मान-     

छात्र/छात्राओ को सम्बोधित करते हुये श्री कर्नाटक ने कहा कि माता-पिता की तरह सदैव गुरूओं का अति सम्मान करना चाहिये तथा उनके निर्देशों को आर्शिवाद स्वरूप आदेश मानते हुये उसका पालन करना चाहिये । उन्होंने अपने संवाद में छात्र/छात्राओं से कहा कि विगत वर्ष उनकी मेहनत , लगन ,कठोर परिश्रम तथा शिक्षकों के उचित मार्गदर्शन से उन्हें श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हुयी है। इसी प्रकार भविष्य की बोर्ड परीक्षाओं तथा प्रतियोगी परिक्षाओं को देखते हुये विद्यार्थियों को एकाग्रचित्त होकर अध्ययन करना और चरित्रवान तथा आदर्श छात्र बनकर समाज में एक उच्च स्थान प्राप्त करना चाहिये । उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुये कहा कि एक आदर्श छात्र वह है जो समर्पित रूप से अध्ययन करता  श्रेष्ठ विद्यार्थी कभी भी मुश्किल होने पर हार नहीं मानता वह निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये प्रयत्नशील रहता है ।
           
शारीरिक दक्षता के खेलों में भी करना चाहिए प्रतिभाग-

उन्होंने अभिभावकों/ विद्यार्थियों से कहा कि पढाई के अतिरिक्त शारीरिक दक्षता के खेलों में भी प्रतिभाग करना अत्यन्त आवश्यक है ताकि छात्र/छात्रायें मानसिक व शारीरिक रूप से भी स्वस्थ्य रह सकें । स्वस्थता जीवन का मूल आधार है जिसके बल पर आप आगामी बोर्ड परीक्षाओं तथा भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी सफलता अर्जित कर ऊंच से ऊंच मुकाम हासिल कर पायेंगे । साथ ही उन्होने समाज में तेजी से फैल रहे नशे रूपी दानव एवं कुसंगति से युवाओं तथा विद्यार्थियों को दूर रहने पर जोर दिया । 

यह लोग रहें उपस्थित-

इस अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व प्रधान राजेन्द्रसिंह,मोहनसिंह,पूर्व प्रधान प्रतिनिधि बचीराम,पूर्व ब्लाक प्रमुख हरीशसिंह बनौला,पूर्व सुबेदार त्रिलोकसिंह,पूर्व हवालदार नन्दा बल्लभ,समाजसेवी रामसिंह,शेखरचन्द्र,गिरीश बिष्ट,विमल जोशी,महिमन भट्ट,विनोद चन्द्र,अभिभावक संघ के अध्यक्ष रमेश चन्द्र,शिक्षाविद सुरेश भट्ट आदि सहित समस्त शिक्षक/कर्मचारी तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।