बीते दिनों जागेश्वर में सांसद द्वारा की गई अभद्रता का मामला बढ़ता जा रहा है। जिसके बाद पुजारियों ने मंदिर में वीआईपी क्लचर को खत्म करने और शस्त्र ले जाने पर पाबंदी की बात कही है। वही मंदिर में उपद्रव करने वालों का बहिष्कार करने की भी बात कही।
पुजारी द्वारा सोशल मीडिया में दिए गलत बयान-
वही जागेश्वर मामले में बीते दिनों पुजारी गिरिश चंद्र भट्ट की ओर से सोशल मीडिया में गलत बयान दिए गए। जिसके बाद इस प्रसारित व्यक्तिगत वीडियों पर श्रद्धालुओं की ओर से तरह तरह की टिप्पटियां की जा रही है। जिससे समस्त पुजारी समुदाय आहत हो रहे है।
पुजारियों और ट्रस्ट ने की निंदा-
पुजारी गिरिश चंद्र भट्ट द्वारा सोशल मीडिया में डाली गई विडियो की मंदिर के पुजारियों और ट्रस्ट ने निंदा की। वही मंदिर समिति से जुड़े पुजारियों ने कहा कि गिरिश चंद्र भट्ट जागेश्वर धाम के सूचीबद्ध पुजारी नहीं है। यहां तक कि घटना के दिन व मंदिर में मौजूद भी नहीं थे।
दबाव में आकर डाला गया है विडियों-
जिस पर पुजारियों ने कहा है कि विडियों संदेश में दिए गए बयान पंडित गिरीश चंद्र भट्ट व पंडित कैलाश चंद्र भट्ट के खुद के बयान है। जिसमें मंदिर समिति और अन्य पुजारियों का कोई संबंध नहीं है। वही पुजारियों ने कहा कि किसी के दबाव में आकर यह विडियों बनाया गया है।
इस दौरान यह लोग रहे मौजूद-
इस दौरान पंडित मनोरथ भट्ट, कोस्तुबानंद भट्ट, भैरव दत्त भट्ट, गोपाल दत्त भट्ट, मोहन चंद्र भट्ट, देवी दत्त, ऊर्बादत्त, शंभू दत्त भट्ट, कैलाश, जीवन मौजूद रहे।