आधुनिकता के इस दौर में लोग अपनी लोक परंपराओं से दूर होते जा रहे हैं। इसका असर खान-पान पर भी देखने को मिलता है। लोग पारंपरिक व्यंजनों से दूर होते जा रहे हैं। लोगों को पहाड़ी व्यंजन से जोड़ने के लिए अल्मोड़ा नगर में एक नया प्रभु रेस्टोरेंट की शुरुवात हो चुकी है । इस रेस्टोरेंट में भारतीय व्यंजनों के अलावा पारंपरिक पहाड़ी व्यंजन भी परोसे जाते हैं। पहाड़ी व्यंजन जैसे मडुवे की रोटी, झोली-भात, भट्ट के डुबके, पहाड़ी रायता व चटनी इत्यादि यहाँ के मेन्यु में शामिल हैं।
पारंपरिक पद्धति से तैयार किया जाता है भोजन
खबरी बॉक्स से बातचीत में रेस्टोरेंट के मालिक अभिनव जगाती ने बताया कि उन्होंने लुप्त होती पहाड़ी परंपरा और पारंपरिक व्यंजनों को बचाने के लिए इस रेस्टोरेंट की शुरुआत की है। यहां पारंपरिक तरीके से भोजन कराया जाता है। रेस्टोरेंट में विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसे जाने के साथ ही सफाई और आगंतुकों के आराम का ध्यान भी रखा गया है। रेस्टोरेंट की खिड़की से बाहर वादियों का नजारा काफी मनमोहक है। और यहाँ पर पहाड़ी व्यंजनों के साथ साथ फ़ास्ट फ़ूड और विभिन्न पेय पदार्थों का भी लुफ्त उठाया जा सकता है।
स्वाद के साथ सेहत का भी रखा जाता है ख्याल
रेस्टोरेंट में स्वाद के साथ ही सेहत का भी ख्याल रखा जाता है। यहां पर परोसे जाने वाली हर पहाड़ी व्यंजन का कच्चा माल भी पहाड़ के खेतों में ऑर्गेनिक फार्मिंग से ही उगाया जाता है। पहाड़ी दाल और सब्जियां ही इस्तेमाल की जाती हैं। अभिनव जगाती ने बताया कि यहां हर चीज पारंपरिक पद्धति से ही बनायी जाती है। स्वाद के साथ सेहत का भी बखूबी ध्यान रखा जाता है और आगंतुकों को शांत और स्वच्छ वातावरण का अनुभव करवाया जाता है।
नगर में पर्यटन की दृष्टि से है काफी महत्वपूर्ण
यह नगर का पहला ऐसा रेस्टोरेंट है जहाँ पर पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकता है। इसके अलावा यह रेस्टोरेंट अल्मोड़ा इण्टर कॉलेज के सामने रघुनाथ सिटी मॉल को जाने वाली मुख्य सड़क पर स्थित है, जिससे आगंतुकों और पर्यटकों को रेस्टॉरेंट आने जाने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो रही है ।स्थानीय लोगों समेत बाहर से आने वाले पर्यटकों द्वारा रेस्टोरेंट के पहाड़ी व्यंजनों की खूब प्रशंसा की जा रही है । आने वाले समय में यह रेस्टोरेंट आकर्षण का केंद्र बन सकता है।