मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल अल्मोड़ा में उपचार कराने वाले मरीज बाजार से दवा लेने को मजबूर हैं। अस्पताल में दवा नहीं मिलने से मजबूरन मरीज अधिक दामों से बाजार से दवा खरीद रहे हैं। मरीजों ने अस्पताल में ही दवा उपलब्ध कराने की मांग की है।
मजबूरन बाजार से मंहगें दामों में दवा खरीद रहे मरीज
दरअसल बीते साल बेस अस्पताल मेडिकल कॉलेज के अधीन हुआ। जिसके बाद जनवरी माह में कॉलेज को एनएमसी की मान्यता मिली। जिसके बाद अल्मोड़ा समेत पर्वतीय जिलों के मरीजों को बेहतर उपचार की उम्मीद जगने लगी थी। लेकिन संस्थानों और विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से अब भी मरीजों को उचित स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हायर सेंटर की दौड़ लगानी पड़ रही हैं। जबकि अस्पताल में दवा उपलब्ध नहीं होने से मरीजों का मजबूरन बाहर से महेंगे दामों में दवा खरीद रहे है। जिससे मरीजों ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ रहा हैं।
सड़क हादसे में घायल युवक को भी नहीं मिल पाया उपचार
सड़क हादसे में घायल एक युवक को भी बेस अस्पताल में उपचार नहीं मिल पाया। कोसी क्षेत्र निवासी अतुल शनिवार शाम अपने दोपहिया वाहन पर सवार होकर एनटीडी की ओर जा रहा था। एक कार से अतुल की स्कूटी टकरा गई और उसके दाहिने पैर की अंगुलियां कुचल गई। लेकिन मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर (ओटी) बंद होने से मरीज को मजबूरन हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
अस्पताल में खुला जन औषधि केंद्र में भी नहीं है पर्याप्त मात्रा में दवा
बेस अस्पताल में स्थापित जन औषधि केंद्र में भी दवाओं का टोटा बना है, जिस कारण यहां पहुंच रहे कम आय के मरीजों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। मरीजों ने अस्पताल में पर्याप्त दवा समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है।